भारत बंद का बिहार के लखीसराय में दिखा व्यापक असर
भागलपुर : आरक्षण के विरोध तथा सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के पक्ष में प्रचारित मंगलवार को भारत बंद को लेकर कोसी-पूर्व बिहार के लोग सुबह से सड़कों पर उतर गये. सबसे ज्यादा लखीसराय में असर दिखा. भागलपुर सहित कई जिलों में बंद का खास असर नहीं रहा. कुछ जिलों में थोड़ी देर के लिए सड़क […]
भागलपुर : आरक्षण के विरोध तथा सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के पक्ष में प्रचारित मंगलवार को भारत बंद को लेकर कोसी-पूर्व बिहार के लोग सुबह से सड़कों पर उतर गये. सबसे ज्यादा लखीसराय में असर दिखा. भागलपुर सहित कई जिलों में बंद का खास असर नहीं रहा. कुछ जिलों में थोड़ी देर के लिए सड़क परिवहन च रेल मार्ग को बाधित किया गया, लेकिन बाजार ज्यादा देर तक बंद नहीं रहा.
लखीसराय से मिली जानकारी के अनुसार किऊल-जमालपुर रेल मार्ग पर धनौरी रेलवे स्टेशन पर 73421 अप जमालपुर-किऊल डीएमयू ट्रेन का शरारती तत्वों की ओर से हॉज पाइप खोल का ले भागे जाने की वजह से लगभग पांच घंटे तक ट्रेन धनौरी स्टेशन पर ही खड़ी रही. इसी मार्ग पर मसूदन रेलवे स्टेशन पर आंदोलनकारियों ने रेलवे ट्रैक पर रेलवे लाइन के बगल में रखी पुरानी रेल पटरी को ही रेल लाइन पर रख ट्रेनों का आवागमन प्रभावित किया.
इधर, लखीसराय-मोकामा रेल मार्ग के गंगासराय हॉल्ट पर हावड़ा-राजगीर पैसेंजर ट्रेन का भी शरारती तत्व हॉज पाइप खोल कर भाग निकले, जिस वजह से लगभग एक घंटा तक इस मार्ग पर भी अप लाइन में आवागमन प्रभावित रहा. वहां से हावड़ा-राजगीर पैसेंजर को रेलकर्मियों की ओर से किसी तरह आगे बढ़ाया गया और बड़हिया रेलवे स्टेशन पहुंचाया गया, जहां पर हॉज पाइप के इंतजार में दोपहर तक ट्रेन खड़ी रही. रेल प्रशासन की ओर से बताया गया कि मोकामा से हॉज पाइप आने के बाद ट्रेन को रवाना किया जायेगा.
वहीं, लखीसराय में विद्यापीठ चौक पर बंद समर्थकों ने मंगलवार के अहले सुबह से ही वाहनों को आड़ा-तिरछा खड़ा रखकर एनएच 80 पर वाहनों का आवागमन बाधित कर दिया. बंद समर्थकों की टोली में मौजूद कुछ शरारती तत्वों की ओर से सड़क किनारे लगनेवाली दुकानों तथा सड़कों के किनारे खड़े वाहनों का शीशा क्षतिग्रस्त करते भी देखा गया तथा बीच सड़क पर एक पुरानी बाइक व टायर जला कर आरक्षण के विरोध व सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के पक्ष में जम कर नारेबाजी की गयी.
इस दौरान एक युवक की ओर से बंद समर्थकों के हरकतों का वीडियो बनाते देख शरारती तत्व उस युवक से उलझ गये और देखते-देखते नौबत मारपीट तक आ गयी. शरारती तत्वों ने युवक की जम कर पिटाई कर दी. इसके बाद विद्यापीठ चौक के पास ही के 50 से अधिक की संख्या में लोग बंद का विरोध करने लाठी व डंडे के साथ विद्यापीठ चौक पहुंचे. इसके बाद मामला काफी गरम हो गया और देखते ही देखते दोनों पक्षों की ओर से रोड़ेबाजी शुरू हो गयी. इसमें एक व्यक्ति इंग्लिश निवासी महेंद्र साव (55) का सिर फट गया. बताया जाता है कि महेंद्र साव विद्यापीठ-रेलवे स्टेशन मुख्य सड़क किनारे इंग्लिश मुहल्ले में अपने घर के पास गाय का दूध दूह रहे थे. इसी दौरान भाग-दौड़ में कुछ लोगों की ओर से महेंद्र साव के साथ भी मारपीट की गयी, जिससे वे घायल हो गये.
सुपौल में आरक्षण के विरोध में प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार को सुपौल-सहरसा मार्ग में थलहा-सिमरा के बीच मुख्य सड़क को चार घंटे तक जाम कर प्रदर्शन किया. भारत सरकार के आरक्षण नीति को समाप्त करने के लिए सहरसा-सुपौल मुख्य मार्ग को पूर्णत: अवरुद्ध कर दिया. साथ ही सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की. प्रदर्शन में कई गांवों से आये हुए युवाओं ने भारत बंद कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए स्थल के चारों और सभी मार्गों को अवरुद्ध कर दिया.
सहरसा के महिषी, पतरघट, सोनवर्षा राज प्रखंड में जातिगत आरक्षण के विरोध में मंगलवार को मुख्य मार्ग पर घंटों यातायात ठप रखा. इससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा.
जमुई के झाझा स्टेशन में आप एवं डाउन रेलगाड़ियों का परिचालन पर गहरा असर पड़ा है. डाउन रेल लाइन में सुबह 10:00 बजे के आसपास दानापुर- टाटा एक्सप्रेस के जाने के बाद शाम 7:00 बजे तक कोई भी गाड़ी नहीं गयी. जबकि अपलाइन में सुबह हावड़ा-मोकामा सवारी गाड़ी के आने के बाद शाम 5:00 बजे के आसपास हावड़ा-नयी दिल्ली पूर्वा एक्सप्रेस आयी. इसके पहले की सभी गाड़ियां जसीडीह स्टेशन या इसके पहले के स्टेशन पर खड़ी रही. डाउन रेल लाइन पर चलने वाली धनबाद-पटना इंटरसिटी आप एवं डाउन एक्सप्रेस को रद्द कर दिया गया.