त्वरित न्यायालय द्वितीय कोर्ट ने सुनायी सजा

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By Prabhat Khabar Digital Desk | April 25, 2018 5:31 AM

चानन थाना क्षेत्र के कुंदर पंचायत के रेउटा गांव की घटना

वर्ष 2010 में रामजी मंडल की हुई थी हत्या
मृतक के पुत्र सूचक की भी वर्ष 2014 में कर दी गयी हत्या
लखीसराय : व्यवहार न्यायालय के फास्ट ट्रैक द्वितीय कोर्ट के न्यायाधीश विश्वनाथ प्रसाद ने मंगलवार को दफा 302, 120 बी एवं 201 मामले में विचारण के बाद एक नामजद अभियुक्त मनोज मंडल को आजीवन कारावास की सजा सुनायी है. अपर लोक अभियोजक रामविलास सिंह ने बताया कि चानन थाना के रेवटा गांव निवासी रामजी मंडल (सिपाही जी)की हत्या उनके ही छोटे सहोदर भाई मनोज मंडल ने वर्ष 2010 में कर दी थी, जिसका सूचक रामजी मंडल के पुत्र सतीश मंडल था जिसकी हत्या भी मनोज मंडल के द्वारा वर्ष 2014 में कर दी गयी थी. विदित हो कि 28 दिसंबर 2010 को रामजी मंडल रात्रि को खाना खाकर घर से निकला तो वापस नहीं आया.
वहीं ग्रामीणों द्वारा मृतक के पुत्र सतीश को भलुई स्टेशन पर उसके पिता (रामजी मंडल) की लाश क्षत-विक्षत अवस्था में होने की सूचना दी. घटना की सूचना तत्काल स्थानीय थाना पुलिस को दी गयी. घटनास्थल पर पुलिस के पहुंचने के बाद जांच-पड़ताल के क्रम में घटनास्थल के गांव के ही मंजु देवी के घर तक खून का धब्बा पाया.
वहीं पुलिस द्वारा जांच के क्रम में मंजु देवी के साथ मिलकर मनोज मंडल ने रामजी मंडल की हत्या की गयी थी. फास्ट ट्रैक कोर्ट द्वितीय के न्यायाधीश विश्वनाथ प्रसाद ने दफा 302 में विचारण के बाद आजीवन एवं 120बी एवं 201 में पांच-पांच वर्ष की सजा सुनायी. सभी सजा एक साथ चलेगा. वहीं अन्य अभियुक्त मंजु देवी, मीना देवी व रंजु देवी फरार है. लोक अभियोजक की ओर से रामविलास सिंह एवं बचाव पक्ष से वरीय अधिवक्ता शशिबाबू एवं दिनेश मंडल में जोरदार बहस हुई.
पंचायत की राजनीति के कारण पनपा दोनों भाइयों दुश्मनी
प्रखंड के कुंदर पंचायत में रामजी मंडल का काफी बोलवाला था और वह जिस किसी को उम्मीदवार बना दे या अपना समर्थन दे दो उसकी जीत सुनिश्चित मानी जाती थी. मनोज मंडल कुंदर पंचायत के मुखिया पद पर अपनी पत्नी को उम्मीदवार बनाया तो दूसरी ओर रामजी मंडल अपनी बहू को मुखिया पद का उम्मीदवार बनाकर जीत सुनिश्चित करवाया. इसी को लेकर दोनों भाइयों के बीच दरारें बढ़ गयी थी.

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