चेन छीन कर भाग रहे चोर का पीछा करते ट्रेन से कट गये पिता-पुत्र, किऊल-जमालपुर रेलखंड पर परिचालन बाधित
कजरा (लखीसराय) : किऊल-जमालपुर रेलखंड के अभयपुर एवं मसूदन स्टेशन के बीच गुरुवार की अहले सुबह महिला की चेन छीन कर भाग रहे उचक्के का पीछा करने में एक पिता और पुत्र की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गयी. पीड़ित परिवार को काशी से तीर्थ करके 12350 डाउन आनंद बिहार-भागलपुर एक्सप्रेस जमालपुर […]
कजरा (लखीसराय) : किऊल-जमालपुर रेलखंड के अभयपुर एवं मसूदन स्टेशन के बीच गुरुवार की अहले सुबह महिला की चेन छीन कर भाग रहे उचक्के का पीछा करने में एक पिता और पुत्र की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गयी. पीड़ित परिवार को काशी से तीर्थ करके 12350 डाउन आनंद बिहार-भागलपुर एक्सप्रेस जमालपुर पहुंचना था, जहां से उन्हें फिर खगड़िया जाना था. घटना से किऊल-जमालपुर रेलखंड पर परिचालन बाधित हो गया है.
खगड़िया के दान टोला निवासी सह मानसी उच्च विद्यालय से सेवानिवृत्त शिक्षक कपिलदेव मंडल अपने पुत्र सह आर्मी जवान केशव के ट्रेनिंग के बाद मिली अवकाश पर पूरे परिवार सहित तीर्थ यात्रा पर निकले थे. बुधवार को तीर्थ यात्रा कर पूरा परिवार 12350 डाउन साप्ताहिक एक्सप्रेस पकड़ जमालपुर जा रहे थे, जहां से उन्हें खगड़िया के लिए ट्रेन पकड़ना था. गुरुवार की अहले सुबह 5:10 बजे अभयपुर रेलवे स्टेशन से ट्रेन के खुलते ही एक उचक्का केशव गले से चेन छीन कर चलती ट्रेन से कूद पड़ा. उस वक्त ट्रेन की रफ्तार काफी धीमी थी. उचक्के को चेन छीन कर उतरते देख गेट के पास खड़े केशव के पिता कपिलदेव मंडल भी ट्रेन की धीमी रफ्तार होने की वजह से ट्रेन से उतरने की कोशिश करने लगे और उनका पैर फिसला और वे ट्रेन के नीचे चले गये, पिता को ट्रेन से कूदते देख पुत्र केशव भी उन्हें बचाने के लिए ट्रेन से कूदा और असंतुलित हो ट्रेन की चपेट में आ गया, जिससे दोनों पिता पुत्र की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गयी.
इधर, पिता पुत्र को ट्रेन की चपेट में आते देख ट्रेन में सवार एक यात्री ने चेन खींच कर ट्रेन को रोका. इसके बाद मृतक के परिजनों को ट्रेन से उतारा गया. परिजनों के ट्रेन से नीचे उतरते ही उनके क्रंदन से घटनास्थल पर कोहराम मच गया. परिजनों के रोने-बिखलने से वहां पर मौजूद प्रत्येक शख्स का कलेजा पसीज रहा था.
ट्रेन में नहीं थी स्कॉट पार्टी
एक्सप्रेस ट्रेन रहने के बावजूद ट्रेन में स्कॉट पार्टी नहीं थी. यात्रियों ने बताया कि किऊल तक आरपीएफ की स्कॉट पार्टी थी, लेकिन किऊल के बाद से ट्रेन में कहीं स्कॉट पार्टी नजर नहीं आयी. घटना के बाद जमालपुर आरपीएफ के अवर निरीक्षक वीरेंद्र मांझी लगभग आधे घंटे बाद घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया.