लखीसराय : बिहारमें लखीसराय जिला के कवैया पुलिस ने मंगलवार की देर शाम गुप्त सूचना के आधार पर थाना क्षेत्र के पंजाबी मुहल्ला मोड़ मुख्य सड़क पर एक व्यक्ति को संदिग्ध अवस्था में पकड़ा. पकड़े गये व्यक्ति की तलाशी लिये जाने पर पुलिस ने उसके पास से 7.65 बोर का एक स्वचालित लोडेड पिस्टल उसके बायें कमर से बरामद किया, जिसके मैगजीन में 7.65 बोर की चार जिंदा गोली बरामद की गयी.
पूछताछ करने पर गिरफ्तार व्यक्ति ने अपना नाम मिथिलेश सिंह पिता स्व़ इंदर सिंह तथा पता में पश्चिम बंगाल के पश्चिम बर्द्धमान जिले के कुलटी थाना क्षेत्र अंतर्गत झनकपुरा कुलटी बताया. जिस संबंध में उसके खिलाफ पहले कवैया थाना में शस्त्र अधिनियम के अंतर्गत कांड संख्या 321/18 दर्ज करते हुए गिरफ्तार किया गया. पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि मिथिलेश सिंह पीरीबाजार थाना कांड संख्या 19/12 चर्चित अपहरण कांड का भी अभियुक्त है. जिसके बाद उसकी पूरी हिस्ट्री पुलिस ने खंगालना शुरू किया.
इस संबंध में बुधवार को एक प्रेस वार्ता कर जानकारी देते हुए पुलिस कप्तान कार्तिकेय के शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार मिथिलेश सिंह रंजीत मंडल गिरोह का सदस्य है. जिसने मार्च 2012 में रांची हवाई अड्डे से हरियाणा के सांसद जगवीर सिंह मल्लिक के रिश्तेदार अजय सिरोहा का अपहरण कर जिले के पीरीबाजार थाना क्षेत्र के बरियारपुर गांव में रखा था. उस वक्त अपहरणकर्ताओं ने उसे छोड़ने के एवज में दस करोड़ रुपये की मांग रखी थी. जिसके बाद पुलिस ने कजरा स्टेशन पर पहले इसी मिथिलेश सिंह को गिरफ्तार किया था. इसके बाद मिथिलेश सिंह के निशानदेही पर पुलिस दबिश की वजह से अपहृत को बरियारपुर गांव से ही जल्द ही छुड़ा लिया गया.
इस संबंध में 23 मार्च 2012 को पीरीबाजार थाना में कांड संख्या 19/12 दर्ज किया गया था. जिसमें रंजीत मंडल के साथ ही मिथिलेश सिंह व कई अन्य लोगों को भी अभियुक्त बनाया गया था. इसमामले में मिथिलेश सिंह जेल भी जा चुका है तथा न्यायालय से बेल पर था. मिथिलेश सिंह मूल रूप से बक्सर जिला के सिमरी थाना क्षेत्र अंतर्गत तिलकराय का हाता गांव का रहने वाला बताया जा रहा है, लेकिन गिरफ्तार मिथिलेश के अनुसार उसका परिवार काफी समय से पश्चिम बंगाल के बर्द्धमान जिला अंतर्गत कुलटी थाना क्षेत्र के झनकपूरा में बस चुका है.
एसपी ने बताया कि पुलिस मिथिलेश सिंह से जुड़े अन्य अपराधों के बारे में भी जानकारी प्राप्त करने का प्रयास कर रही है. इसपर पश्चिम बंगाल में भी कई मामले दर्ज हैं. पुलिस सूत्रों के अनुसार पूछताछ के पता चला कि मिथिलेश सिंह किसी का अपहरण कर पीरीबाजार व कजरा थाना क्षेत्र के जंगली इलाकों में रखने की जगह की खोज में मंगलवार को लखीसराय पहुंचा था. दोनों थाना क्षेत्र के जंगली इलाके पूर्णरूप से नक्सल प्रभावित क्षेत्र हैं जिससे इन्हें इन क्षेत्रों में अपहृत को रखने में आसानी होती है. ऐसा इनलोगों द्वारा पूर्व में भी किया जा चुका है. सूत्रों के अनुसार इस बार कुलटी का ही कोई व्यवसायी इनके निशाने पर था.