लखीसराय : प्रसाद खाने से 182 लोग बीमार, अस्पताल में भर्ती
लखीसराय : बड़हिया बाजार में रेडिमेड दुकान में सत्यनारायण स्वामी कथा के बाद वितरित प्रसाद ग्रहण करनेवाले 200 से ढाई सौ में लगभग 182 लोग विभिन्न रोगों के शिकार हो गये. इनमें महिला, पुरुष व बच्चे शामिल हैं. मंगलवार को पीड़ितों के इलाज में रेफरल अस्पताल द्वारा बरती गयी लापरवाही के विरोध में ग्रामीणों ने […]
लखीसराय : बड़हिया बाजार में रेडिमेड दुकान में सत्यनारायण स्वामी कथा के बाद वितरित प्रसाद ग्रहण करनेवाले 200 से ढाई सौ में लगभग 182 लोग विभिन्न रोगों के शिकार हो गये. इनमें महिला, पुरुष व बच्चे शामिल हैं.
मंगलवार को पीड़ितों के इलाज में रेफरल अस्पताल द्वारा बरती गयी लापरवाही के विरोध में ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया तथा रेफरल अस्पताल में ताला लगाने का प्रयास किया, लेकिन उपस्थित लोगों ने समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया. बड़हिया वार्ड नंबर 17 में स्थित विकास रेडिमेड दुकान में सत्यनारायण स्वामी की कथा करायी गयी थी. इसके बाद प्रसाद का वितरण किया गया था. पूजा के दौरान शामिल हुए लगभग दो सौ महिला, पुरुष व बच्चों ने प्रसाद ग्रहण किया था.
रविवार को 11 बजे दिन से ही प्रसाद खाने वाले लोगों के बीच पूरे शरीर में दर्द के अलावा उल्टी पतला पैखाना होने लगा था. डाॅक्टरों की सलाह पर कुछ लोगों ने घरों में दवा मंगा कर ली तो कुछ लोगों ने घरेलू उपचार किया.
दो दिनों के बाद स्थिति में सुधार नहीं हो पायी और असहाय महसूस करने लगे तो मंगलवार की सुबह बड़हिया स्थित रेफरल अस्पताल पहुंचने लगे. कुल 182 लोग पहुंचे. बेड के अभाव में लोगों का इलाज नीचे दरी बिछाकर किया गया. ग्रामीणों ने स्वास्थ्य मंत्री, डीएम, सिविल सर्जन व एसडीओ को मोबाइल पर सूचना दी. इधर, प्रभारी चिकित्सक को जानकारी मिलने के बावजूद वे सुबह दस बजे पहुंचे. जिला प्रशासन की ओर से डीसीएलआर नीरज कुमार, एएसपी मनीष कुमार बड़हिया अस्पताल में 12 बजे तक कैंप किये रहे.
एक बजे सिविल सर्जन डॉ अशोक कुमार एवं एएसएमओ डॉ नलनीकांत प्रसाद पहुंचे और इलाजरत मरीजों का हाल जाना. चिकित्सक एके चौधरी ने बताया कि विषाक्त प्रसाद का असर 12 घंटे में असर होता है. उन्होंने लोगों से अपील की कि वे बरसात के दिनों में खान-पान में परहेज बरतें, बासी भोजन का उपयोग तथा मसालेदार भोजन उपयोग न करें.