लखीसराय : बिहार के लखीसराय शहर के वार्ड नंबर 10 स्थित भूमि घेराबंदी को लेकर व्यवसायी व सूर्यगढ़ा विधायक सह राजद जिलाध्यक्ष प्रह्लाद यादव के बीच विवाद के बाद विधायक द्वारा व्यवसायी को तमाचा जड़ दिये जाने का वीडियो वायरल हुआ है. घटना को लेकर व्यवसायी वार्ड नंबर 12 निवासी स्व. रामकृष्ण शर्मा के पुत्र आशीष कुमार शर्मा उर्फ मनीष शर्मा के द्वारा दिये गये आवेदन के आधार पर लखीसराय थाना कांड संख्या 23/19 में विधायक प्रह्लाद यादव सहित तीन को नामजद सहित 10 से 20 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है.
दर्ज प्राथमिकी में विधायक सह राजद जिलाध्यक्ष पर पांच लाख रंगदारी मांगने, मनीष व उसके बड़े भाई राकेश शर्मा को बोटी-बोटी काटकर गंगा में फेंक दिये जाने का आरोप सूचक द्वारा लगाया गया है. वायरल वीडियो में एक युवक पर राजद जिलाध्यक्ष सह सूर्यगढ़ा विधायक द्वारा यह कहते हुए थप्पड़ चलाते दिख रहा कि- जमीन की तय राशि का भुगतान उनके द्वारा किया जा चुका है. जल्द ही रजिस्ट्री करायेंगे. तुम फर्जी तरीके से रजिस्ट्री कराके घेराबंदी कर रहे हो. यह जमीन तुम्हारी नहीं है और युवक को थप्पड़ मारते हुए वीडियो वायरल हो रहा है.
घटना को लेकर एएसपी मनीष कुमार के नेतृत्व में टाउन थानाध्यक्ष और कवैया थानाध्यक्ष सहित पुलिस बल ने घटनास्थल पहुंच मामले की पूरी जानकारी ली. वहीं अपर पुलिस उपाधीक्षक मनीष कुमार के नेतृत्व में विधायक के किऊल वृंदावन स्थित आवास पर गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की गयी. इसकी पुष्टि करते हुए एएसपी कुमार ने कहा कि छापेमारी की गयी, जिसमें विधायक नहीं मिले हैं. उनका दोनों मोबाइल बंद बताया जा रहा है.
क्या बोले पुलिस अधीक्षक
पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय के शर्मा ने कहा कि मामला भूमि विवाद से जुड़ा हुआ है. इसमें परेशानी होने पर पुलिस के पास शिकायत की जानी चाहिए थी. लेकिन, विधायक ने मौके पर ही युवक को थप्पड़ मारा है. इसका वीडियो वायरल हुआ है. घटना को लेकर विधायक सहित कई अन्य लोगों के ऊपर कांड संख्या 23/19 के तहत मामला दर्ज किया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
क्या कहा विधायक ने
घटना को लेकर सूर्यगढ़ा के विधायक सह राजद जिलाध्यक्ष प्रह्लाद यादव ने दूरभाष पर बताया कि उनके घर के पास के रास्ते को गलत तरीके से घेरा जा रहा था, जिसका उन्होंने विरोध किया. उन्होंने बताया कि जिस जमीन की घेराबंदी की जा रही थी उसके मालिक को उन्होंने पहले ही राशि दे दी थी. मुंबई से लौटने पर जमीन मालिक ने रजिस्ट्री करने की बात कही थी. वहीं, उन्होंने जमीन की घेराबंदी करने वालों पर फर्जी केवाला कराने का आरोप लगाया है. उन्होंने रंगदारी मांगने की बात को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि उनके द्वारा विरोध किये जाने का वीडियो वायरल किया गया है.