जर्जर सामुदायिक भवन में चल रहा प्राथमिक विद्यालय, खुले में बनता है एमडीएम
लखीसराय : जिला प्रशासन की नजरअंदाजी एवं शिक्षा विभाग की मनमानी राज के चलते लखीसराय सदर प्रखंड स्थित खगौर ग्राम पंचायत के वृंदावन महादलित टोला अवस्थित वार्ड नंबर 12 में बीते लगभग 5 साल से एक जर्जर सामुदायिक भवन में नवसृजित प्राथमिक विद्यालय का संचालन किया जा रहा है. इसके चलते खासकर इस नवसृजित प्राथमिक […]
लखीसराय : जिला प्रशासन की नजरअंदाजी एवं शिक्षा विभाग की मनमानी राज के चलते लखीसराय सदर प्रखंड स्थित खगौर ग्राम पंचायत के वृंदावन महादलित टोला अवस्थित वार्ड नंबर 12 में बीते लगभग 5 साल से एक जर्जर सामुदायिक भवन में नवसृजित प्राथमिक विद्यालय का संचालन किया जा रहा है.
इसके चलते खासकर इस नवसृजित प्राथमिक विद्यालय में पठन-पाठन करने वाले नामांकित लगभग 300 स्कूली बच्चों एवं प्रतिनियुक्त शिक्षक-शिक्षिका को घोर कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.
इस बीच इस विद्यालय के तत्कालीन विद्यालय प्रधान की ओर से विद्यालय शिक्षा समिति का गठन एवं रसोइया बहाली के कार्यक्रमों में भी मनमानी कर कागजी रूप दिये जाने में भी व्यापक पैमाने पर अनियमितता किये जाने का मामला प्रकाश में आया है. फलतः रसोइया बहाली के मामलों को लेकर इस विद्यालय में अक्सर आपसी झंझावत का माहौल कायम रहता है.
इस बीच स्थानीय विधवा एवं परित्यक्ता को नजर अंदाज कर तत्कालीन विद्यालय प्रधान की ओर से अपने मन माफिक लोगों को बतौर रसोइया बहाल किये जाने की बातें उजागर होने लगी है. इस बीच बिना खिड़की-दरवाजा के पठन-पाठन होने, छावनी में एमडीएम का संचालन किया जाता है.
इतना ही नहीं विद्यालय में न तो चापाकल है और न ही शौचालय. पानी के लिए रसोइया को बगल के घरों से पानी मांग कर कार्य करना पड़ता है, जबकि शौचालय के लिए बच्चों को खुले में ही जाना पड़ता है जो सरकार के ओडीएफ प्रखंड किये जाने के दावे की पोल खोल कर रख दे रहा है.
विद्यालय के वर्तमान प्रतिनियुक्त प्रधान वैद्यनाथ प्रसाद एवं शिक्षिका रंजू कुमारी इस विद्यालय की कार्य संस्कृति के बदलाव के लिए दिन-रात एड़ी-चोटी एक कर रखी हैं. इस बीच बीते एक माह से उक्त दोनों शिक्षक एवं शिक्षिका की ओर से स्कूली बच्चों के बीच नियमित एमडीएम वितरण के साथ पठन-पाठन के कार्यों को अंतिम रुप देने में लगें हैं.
बावजूद खुले आसमान में नौनिहालों के लिए एमडीएम के भोजन बनाये जाते हैं. इससे गरीब परिवार के पठन-पाठन करने वाले एक से पांच वर्ग तक के बच्चों एवं बच्चियों का जान हमेशा जोखिम में बना होता है. इस दौरान तथाकथित जमीन माफिया अपनी जातीय दबंगई का रौब दिखाते हुए इस सामुदायिक भवन के नजदीक चापाकल गाड़ने एवं एमडीएम शेड लगाने में भी अडंगा लगाने पर अमादा हैं.
वैसे स्थानीय समाजसेवी शंभु यादव के प्रयास से इस जर्जर सामुदायिक भवन में खिड़की एवं दरवाजा लगाने का प्रयास जारी है, लेकिन शौचालय की समुचित बंदोबस्त नहीं होने से विद्यालय से जुड़े लोगों को घोर कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.
समाजसेवी शंभु यादव ने बताया कि स्थानीय खगौर ग्राम पंचायत की ओर से महादलित टोला अवस्थित सामुदायिक भवन मरम्मती के लिए अभी तक कोई भी प्रयास नहीं किये गये हैं.
वहीं जिला शिक्षा पदाधिकारी सुनयना कुमारी ने बताया कि जिले के सभी भवनहीन एवं भूमिहीन विद्यालयों को समुचित तरीके से व्यवस्थित करने के लिए जिला प्रशासन की ओर से जमीन मुहैया होते ही विद्यालय भवन निर्माण के कार्यों को अंतिम रूप दिया जायेगा. दूसरी ओर विद्यालय शिक्षा समिति गठन में किये गये गड़बड़ी के मामलों को भी जांचोपरांत कार्रवाई किये जायेंगे.
आगे उन्होंने कहा कि खुले आसमान में नौनिहालों के लिए एमडीएम भोजन बनवाने के लिए हर हाल में रसोई शेड बनवायी जायेगी. उन्होंने कहा कि बच्चों की भविष्य एवं जीवन की हिफाजत के लिए रसोई की छावनी एवं नियमानुकूल रसोइया की बहाली होगी. इसमें गड़बड़ी करने वाले कतई बख्शे नहीं जायेंगे.