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कुछ सहकर्मियों के पास छिपा है मिलिंद की हत्या का राज

लखीसराय : जमुई केनरा बैंक अधिकारी मिलिंद कुमार मधुर की हत्या के मामले में घटना के 12 दिन बाद भी पुलिस हत्यारों तक पहुंचने में नाकामयाब रही है. पुलिस द्वारा मामले की जांच चलने की बात कही जा रही है. इस बीच सोमवार को मिलिंद के बहनोई नीरज कुमार ने जमालपुर के रेल डीएसपी शिवेंद्र […]

लखीसराय : जमुई केनरा बैंक अधिकारी मिलिंद कुमार मधुर की हत्या के मामले में घटना के 12 दिन बाद भी पुलिस हत्यारों तक पहुंचने में नाकामयाब रही है. पुलिस द्वारा मामले की जांच चलने की बात कही जा रही है.

इस बीच सोमवार को मिलिंद के बहनोई नीरज कुमार ने जमालपुर के रेल डीएसपी शिवेंद्र कुमार अनुभवि जो घटना के दिन प्रभारी रेल एसपी के रूप में लखीसराय पहुंच मामले का अनुसंधान शुरू किया था से मुलाकात कर मामले की प्रगति के संबंध में जानकारी प्राप्त की. रेल डीएसपी श्री अनुभवि ने उन्हें आश्वस्त किया कि पुलिस मामले को पूरी संजीदगी से लिये हुए है तथा अपनी ओर से हत्यारों का पता लगाने का पूरा प्रयास कर रही है.
वहीं दूसरी ओर मिलिंद की मां अमरलता मिश्रा ने विगत चार जुलाई को रेल पुलिस के एडीजी अमित कुमार को पत्र प्रेषित कर अपने बेटे की हत्या में समुचित कार्रवाई करते हुए न्याय दिलाने की मांग की है. जरूरत के अनुसार उन्होंने सीबीआई जांच की भी मांग रखी. अपने पत्र में मिलिंद की मां ने कुछ बिंदुओं पर एडीजी का ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा है कि उन्हें अपनी मौत के पीछे एक बहुत बड़ी साजिश की आशंका लगती है.
जिस संदर्भ में उन्हें कुछ लोगों पर संदेह है. उन्होंने संबंधित लोगों से कड़ी पूछताछ की मांग करते हुए कहा है कि इससे हत्यारे का पता लगाने में मदद मिल सकती है. अपने आवेदन में सबसे ऊपर उन्होंने लखीसराय केनरा बैंक के सहायक प्रबंधक प्रत्यूष के बारे कही है कि वे मधुर के साथ 25 जून को गया मिटिंग के लिए गये हुए थे, लेकिन वे साथ में वापस नहीं लौटे.
जबकि उनका परिवार लखीसराय में ही रहता है. उन्हें ही पता था कि मिलिंद कौन सी ट्रेन पकड़े हैं तथा किस बोगी में बैठे हैं. मीटिंग के दौरान हो सकता है लोन रिकवरी को लेकर कुछ परेशानी हुई होगी. उसके बाद उन्होंने जमुई केनरा बैंक के प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा से भी पूछताछ करने की बात कही, जो मिलिंद को लोन रिकवरी के लिए हमेशा भेजा करते थे. लोन रिकवरी के लिए मिलिंद कस्टमर को फोन भी किया करता था.
उन्होंने कहा कि उन्हें बैंक कर्मी फातिका रोज करकटे ने भी बताया कि मिलिंद काम को लेकर काफी सजग था, जिस वजह से वो बैंक के पैसों की रिकवरी के लिए काफी परेशान हो जाता था. चार-पांच माह पूर्व किसी कॉन्ट्रैक्टर ने मिलिंद को धमकाया भी था तथा इसका खामियाजा 7-8 महीने के अंदर ही भुगतने की धमकी दी थी, जिसका जिक्र मिलिंद ने अपनी बहन व भाई से भी की थी.
इसके अलावा इस बात का जिक्र बैंक प्रबंधक श्री सिन्हा एवं एरिया सेल्स मैनेजर जितेंद्र कुमार से भी किया था, परंतु उस बात को दबाते हुए पुलिसिया कार्रवाई करने से पीछे हो गये कि यह बहुत परेशानी बन गयी थी बैंक में, किंतु आज मैनेजर दीपक कुमार सिन्हा को उस कॉन्ट्रेक्टर का नाम तक याद नहीं है. ऐसा बिल्कुल संभव नहीं है. पत्र में लिखा है कि मैनेजर श्री सिन्हा 31 जुलाई को रिटायर भी होने वाले हैं. बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि वो नहीं चाहते कि किसी प्रकार की कोई परेशानी हो.
उन्होंने सहायक प्रबंधक फातिमा करकटे को भी समझाया कि जो कुछ भी हुआ वो वापस नहीं आ सकता, अत: अब सब बातों पर चुप्पी साधी जाये. उन्होंने आरोप लगाया कि मैनेजर श्री सिन्हा तथ्यों को छिपाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने एरिया सेल्स मैनेजर जितेंद्र पर सारी चीजों की पूर्ण जानकारी होने की बात कही. उन्होंने कहा कि मिलिंद के साथ लोन रिकवरी के लिए कई बार वे झाझा, खैरा आदि जगह जाते थे.
उनसे जब एक जुलाई 2019 को मिली तो वे बात करने में भी काफी घबरा रहे थे तथा हाथ पैर कांप रहा था. जितेंद्र की घबराहट बता रहा था कि वे बहुत कुछ जानते हैं फिर भी छिपा रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने मिलिंद के जमुई में रहने वाले रूम पार्टनर शुभंकर के बारे में लिखा है, जिसमें कहा गया है कि शुभंकर के साथ मिलिंद की एक साल पहले नोक-झोंक हो गयी थी, जिसे शुभंकर ने काफी सीरियस ले लिया था.
पत्र में लिखा है कि शुभंकर की दोस्ती किसी महिला मित्र से भी थी, जिसको लेकर कुछ अवांछित वीडियो बनाकर शुभंकर ने मिलिंद को दिखाया था. उसके संबंध में मिलिंद ने बताया था कि महिला मित्र काफी दबंग व सशक्त किस्म की थी और अपराध जगत से जुड़ी हुई थी. हो सकता है कि इन्हीं कारणों से पहले शुभंकर ने मिलिंद की छोटी सी बात का बतंगड़ बनाया बात में किसी साजिश को अंजाम दिया हो.
अपने पत्र में मिलिंद की मां ने कहा कि पुलिस अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की है. आज तक कॉल रिकार्ड से कोई सुराग नहीं मिला है. उन्होंने अपने ईमानदार बेटे को मौत की घाट उतारने वाले को जल्द से जल्द सजा दिलाने की मांग करते हुए सरकार से मिलिंद के केस में अगर पुलिस के बिना सीबीआई के जांच करने में सक्षम नहीं रहती है तो सीबीआई जांच कराने की भी मांग की.
साथ ही अपने परिवार की सुरक्षा का इंतजाम करने की मांग की है. पत्र की प्रतिलिपि उन्होंने मुख्यमंत्री के अलावा रेल एसपी जमालपुर दिलीप कुमार मिश्रा, डीएसआरपी जमालपुर शिवेंद्र अनुभवि, रेलडीएसपी किऊल सियाराम गुप्ता, किऊल थानाध्यक्ष सुधीर कुमार सहित प्रधानमंत्री व रेल मंत्री को भी प्रेषित किया है.
बोले रेल एसपी
आवेदन के संबंध में रेल एसपी जमालपुर दिलीप कुमार मिश्रा ने कहा कि उनके पास अभी तक इस तरह का आवेदन नहीं आया है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि पुलिस पूरी संजीदगी के साथ मामले पर काम कर रही है. अपराधियों तक पुलिस जल्द पहुंचेगी.

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