लखीसराय : बिहार के लखीसराय में सूर्यगढ़ा प्रखंड के चंदनपुरा पंचायत अंतर्गत नवाबगंज गांव के वार्ड नंबर 6 में मंगलवार की देर रात घरेलू विवाद में पिता इंद्रजीत शर्मा ने अपने 42 वर्षीय छोटे बेटे विनोद ठाकुर की कुल्हाड़ी से गर्दन काटकर हत्या कर दी. ग्रामीणों द्वारा हत्या की सूचना पर मिलने पर सूर्यगढ़ा थानाध्यक्ष संजय कुमार व मानिकपुर थानाध्यक्ष रूबीकांत कश्यप घटनास्थल पर पहुंच घटना की जानकारी ली तथा शव को अपने कब्जे में लेने के साथ ही मृतक के हत्यारे पिता को गिरफ्तार कर लिया. सुबह हत्या की घटना सुनकर मृतक के घर पर लोगों की भीड़ लग गयी.
वहीं, हत्या की जानकारी मिलते ही लखीसराय से एएसपी मनीष कुमार ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर मृतक की पत्नी रिंकू शर्मा से हत्या के कारणों की जानकारी ली. एएसपी ने पत्नी के बयान पर थानाध्यक्ष संजय कुमार को प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया. वहीं पुलिस द्वारा हत्या करने वाले कुल्हाड़ी की काफी खोजबीन की गयी, लेकिन कुल्हाड़ी का कहीं पता नहीं चल सका.
बहू और ससुर में हुआ था विवाद
मृतक की पत्नी रिंकू शर्मा ने बताया कि मंगलवार को दिन में बोरा में चना रखा था. उसका दाल दड़रने के लिए जब बोरा से चना निकालने गयी तो ससुर इंद्रजीत शर्मा ने मना कर दिया, जिससे आपस में विवाद बढ़ गया और गाली-गलौज के साथ ससुर ने उसपर डंडा चला दिया. साथ ही सबको जान से मारने की धमकी दे दी. जब रात हुई तो मृतक की पत्नी रिंकू शर्मा अपने तीनों बेटों के साथ नीचे कमरे में सोयी. वहीं मृतक विनोद ठाकुर छत पर अकेला सोया था.
पिता ने दिन के विवाद के दौरान दिये गये जान मारने की धमकी के अनुसार मंगलवार की देर रात ऊपर छत पर सोये हुए विनोद ठाकुर को निंद्रा अवस्था में ही गर्दन पर कुल्हाड़ी से अचानक वार कर हत्या कर दी. लोगों ने बताया कि शायद एक ही बार में कुल्हाड़ी से गर्दन कट जाने पर निंद्रा अवस्था में ही उसकी मौके पर मौत हो गयी. उसके बाद मृतक को छत के पीछे गली में गिरा दिया.
हत्या के बाद लाश छिपाने की कोशिश
हत्या करने के बाद इंद्रजीत शर्मा मृतक के लाश को छिपाने के लिए उसने पहले छत पर पड़े खून के धब्बे को पानी से धोया. उसके बाद बिछावन समेत लाश को छत के पीछे संकरी गली में गिरा दिया. बताते चलें कि उक्त गली का निकास पइन में होता है जिसमें एक कुआं भी है. शायद गली में गिरा कर लाश को उक्त कुएं या पइन में गिराकर छुपाने की तरकीब सोचकर लाश को गली में गिराये जाने की संभावना व्यक्त की जा रही है.
क्रूर पिता से अपने-पराये सभी थे त्रस्त
क्रूर और आततायी पिता इंद्रजीत शर्मा से अपने-पराये सभी त्रस्त थे. टोला पड़ोस के लोगों ने बताया कि किसी से मेल-मिलाप नहीं रहता था. छोटी बेटी निर्मला देवी ने बताया कि पिता की हरकत से घर वाले सभी परेशान रहते थे. सबके साथ गाली-गलौज व दुर्व्यवहार करने के कारण वे लोग मायके नहीं आती थीं. वहीं पड़ोसियों से भी झगड़ा-झंझट बना रहता था. बात-बात में झगड़ा करना तथा केस करने से लोग परेशान थे. इधर, दस दिन पूर्व भी इसी मृतक बेटे से झगड़ा कर 80 वर्षीय पिता इंद्रजीत शर्मा ने अपनी हाथ काट कर बेटे पर केस कर दिया था.
मृतक अपने पीछे तीन मासूमों को छोड़ गया
मृतक तीन भाई और दो बहनों में सबसे छोटा था. मृतक अपने पीछे पत्नी और तीन मासूम छोड़ गया, जिसमें आर्यन 5 वर्ष, रिषभ 9 वर्ष व प्रिंस 11 वर्ष है. घटना के बाद मृतक की पत्नी व परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था. मृतक मुंबई में रह कर प्राइवेट कंपनी में काम करता था. माता-पिता की सेवा के लिए लगभग 8-10 माह से घर पर ही रह रहा था. एक मंझला भाई सुदेश शर्मा भी मुंबई में ही रहता है. वहीं बड़ा भाई कामेश्वर शर्मा जमुई में रहता है, जिसकी पत्नी इंदु कुमारी नर्स की नौकरी करती है. पिता इंद्रजीत शर्मा क्रूर व्यवहार की वजह से अपनी पत्नी के साथ भी बराबर झगड़ा करता और मारता था, जिससे उसकी पत्नी का हाथ टूट जाने के कारण वह मुंबई में ही अपने मंझले बेटे के पास ही रहती थी.
तीनों भाइयों में जमीन बंटवारा का भी फंसा था पेंच
लोगों ने बताया कि मृतक के तीन भाइयों में अपने पिता के लगभग सात बीघा जमीन बंटवारा का पेच भी फंसा है. पिता इंद्रजीत शर्मा स्टील प्लांट विशाखापट्टनम में नौकरी करता था. लगभग बीस वर्ष पूर्व वे रिटायर हुए थे. इधर से पेंशन भी लागू हुआ था, जिसका लाभ ले रहा था. मृतक के बड़े भाई ने एएसपी मनीष कुमार के सामने बताया कि दो बीघा ही जमीन है. लोगों और मृतक के बड़े भाई के बातों में अंतर से कहीं न कहीं घरेलू विवाद का गहरा रहस्य छुपा लगता है.
शायद इस हत्या के पीछे मुख्य रूप से पैसा व जमीन विवाद ही कारण रहा हो. क्योंकि विनोद ठाकुर की हत्या के बाद उसके तीनों बेटे को भी मारने की पिता इंद्रजीत शर्मा ने सुबह में कोशिश की व मृतक की पत्नी पर प्रहार किया. उसके कंधे पर उल्टा कुल्हाड़ी लगा था और उसके तीनों बेटों को मारने की कोशिश की, लेकिन पड़ोस के लोगों ने कुल्हाड़ी छीन कर तीनों बच्चों को घर से बाहर कर बचा लिया था.
बोले एएसपी
एएसपी मनीष कुमार ने बताया कि अबतक जो भी बातें सामने आयीं हैं, उससे स्पष्ट है कि गला काटकर हत्या कर दी गयी है. अन्य मामलों की पुलिस जांच कर रही है.