गंगा का तेजी से व हरूहर का धीमी गति से घट रहा है जलस्तर

लखीसराय : जिले के बड़हिया में बहने वाली गंगा नदी के जलस्तर में निरंतर तेजी से गिरावट हो रही है, तो टाल में बहने वाली हरूहर नदी के जलस्तर में धीमी गति से गिरावट हो रही है, जिससे रबी फसल उत्पादक किसान काफी चिंतित हैं कि फसल बुआई एक माह पिछात हो जायेगा. 20 दिनों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 11, 2019 9:09 AM

लखीसराय : जिले के बड़हिया में बहने वाली गंगा नदी के जलस्तर में निरंतर तेजी से गिरावट हो रही है, तो टाल में बहने वाली हरूहर नदी के जलस्तर में धीमी गति से गिरावट हो रही है, जिससे रबी फसल उत्पादक किसान काफी चिंतित हैं कि फसल बुआई एक माह पिछात हो जायेगा.

20 दिनों से दियारा क्षेत्र जलमग्न हो है, जिससे बड़हिया से पिपरिया तक दियारा क्षेत्र में लगी मक्का, सोयाबीन, परवल, मिर्च, टमाटर सहित अन्य फसल को करोड़ों रुपये की क्षति पहुंची. खुशियाल टोला, सिकंदरपुर, बोधनगर, बिंद टोली व अन्य गांवों के सैकड़ों परिवारों को बड़हिया के वार्ड शिविर में 18 दिनों तक शरण लेना पड़ी.
वहीं गंगा नदी के जलस्तर में काफी तेजी से गिरावट हो रही है, जिससे दियारा वासियों में खुशी लौटी. बाढ़ शिविर में 18 दिनों से शरण लिये लोग अपने-अपने घर लौटे. वहीं टाल के हरूहर नदी के जलस्तर में धीमी गति से गिरावट होने से रबी उत्पादक किसानों को अब रबी बुआई पिछात होने की चिंता सताने लगी है.
बोले किसान
जागरूक किसान दीपक कुमार ने बताया कि बड़हिया टाल में एक फसल रबी फसलों की बुआई होती है तथा टाल डूबने से पैदावार अधिक होता है. टाल डूबा तो खुशी हुई लेकिन इतने दिनों तक पानी रहेगा यह अंदाजा नहीं था. हमलोग चित्रा नक्षत्र में बुआई करते हैं.
किसान संजीव कुमार ने बताया रबी की बुआई हथिया चित्रा नक्षत्र में रबी बुआई करते थे, लेकिन इस बार दोनों नक्षत्र में बुआई संभव नहीं है. टाल में जिस धीमी गति से जलस्तर में गिरावट हो रही है, उससे लगता है कि 20 दिन पानी निकलने में लग जायेगा, जिससे टाल लगभग एक माह पिछात हो जायेगा.
किसान संजय कुमार ने कहा बड़हिया टाल के किसानों कभी सुखाड़ कभी जलजमाव तो कभी दलहन फसलों का समर्थन मूल्य नहीं मिलने से कमर टूट गया है. न प्रकृति साथ दे रहा है न ही सरकार. वहीं विपिन कुमार ने बताया कि टाल नहीं डूबने से हमलोग चिंतित थे, डूबा तो बरसात के बाद हथिया नक्षत्र में जब किसान रबी फसलों बुआई की तैयारी में जुटे थे. अब पानी निकलेगा तब बुआई होगी, तब तक एक माह टाल पिछात हो जायेगा.
बोले पदाधिकारी
प्रखंड कृषि पदाधिकारी श्रवण कुमार ने बताया रबी बुआई में कोई परेशानी नहीं होगी. टाल डूब जाने से खेत में नमी काफी दिनों तक रहेगी. समय पर रबी बुआई नहीं हो सकती है, किसानों को घबराने की कोई बात नहीं है.

Next Article

Exit mobile version