लखीसराय : बिहार के लखीसराय में सदर प्रखंड व टाउन थाना क्षेत्र अंतर्गत बिलौरी पंचायत के पचौता गांव में कवर नाले से एक 13 माह के मासूम का शव बरामद होने के बाद गांव में सनसनी फैल गयी. तत्काल ग्रामीणों ने घटना की जानकारी टाउन थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह को दिया, जिसके बाद घटनास्थल पहुंच शव को अपने कब्जे में पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा.
घटना प्रथम दृष्टया अपहरण कर हत्या करने की बात सामने आ रही है. जिसको लेकर चार लोगों को नामजद किया गया है, जिसमें दो लोगों को हिरासत में ले लिया गया है. मृतक पचौता गांव निवासी होमगार्ड जवान मकेश्वर यादव का पौत्र सह रवींद्र यादव का 13 माह का पुत्र आशीष था. जिसके संबंध में परिजनों ने बताया कि विगत 14 अक्तूबर की दोपहर 12:30 बजे के बाद खेलते-खेलते अचानक वह गायब हो गया. महज पांच मिनट के अंदर बच्चे के गायब होने की जानकारी मिलते ही पूरे गांव में बच्चे की खोज शुरू कर दी गयी.
मृतक के चाचा मनोज यादव ने बताया कि उनका गांव ऐसा है कि कोई भी व्यक्ति 10 मिनट में गांव से बाहर नहीं जा सकता है. जबकि, पांच मिनट बाद से ही बच्चे की खोजबीन शुरू कर दी गयी. गांव में जितने भी उनके परिचित थे वे सभी बच्चे की खोज में जुट गये, लेकिन आशीष नहीं मिल सका. जिसके बाद बच्चे के लापता होने की जानकारी टाउन थाना को दी गयी.
मनोज ने बताया कि सूचना मिलने के बाद पुलिस एक खोजी कुत्ते को लेकर पहुंची थी, लेकिन उसका कोई फायदा नहीं मिला. वहीं बुधवार की सुबह उनके घर के पास ही एक नाला जिसपर सीमेंट का स्लैब ढंका हुआ था से गांव का कुत्ता बच्चे का शरीर खींचने की कोशिश कर रहा था. जिसे देख तथा नाले से निकलते दुर्गंध के बाद ग्रामीणों ने जब स्लैब हटाया तो उसमें से मासूम आशीष का शव बाहर निकाला गया. घटना के बाद परिजनों ने अपने कुछ रिश्तेदारों पर ही बच्चे का अपहरण कर हत्या करने का आरोप लगाते हुए थाना में आवेदन दिया है.
इस संबंध में थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह ने बताया कि मृतक के परिजन द्वारा चार लोगों को आरोपित करते हुए थाना में आवेदन दिया गया है. जिसमें होमगार्ड जवान के चचेरे भाई सह सुरेंद्र यादव का पुत्र चंदन यादव, होमगार्ड जवान के भाई स्व. राजेंद्र यादव का पुत्र निरंजन यादव, बहनोई शनीचर यादव का पुत्र कारो यादव एवं एक अन्य बंगाली यादव का पुत्र फुलेश्वर यादव को नामजद किया गया है. थानाध्यक्ष श्री सिंह ने बताया कि घटना के बाद निरंजन व कारो यादव को हिरासत में ले लिया गया है तथा चंदन व फुलेश्वर फरार है. जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रयास कर रही है.
मकेश्वर यादव के परिवार की तक्करी से जलता थे आरोपी
मृतक के चाचा सह होमगार्ड जवान के छोटे पुत्र मनोज कुमार यादव ने बताया कि उनका बड़ा भाई सह मृतक के पिता रवींद्र यादव महाराष्ट्र के कल्याण में प्राइवेट कंपनी में कार्य करते हैं तथा मंझला भाई सदर यादव पटना में रहकर कोचिंग करता है. वहीं वह स्वयं गांव में ही एमके यादव कोचिंग सेंटर चलाते हैं जिसमें गांव तथा आसपास के गांव के 70 से अधिक बच्चे पढ़ते हैं. इसके अलावा उनका एक कोचिंग सेंटर लखीसराय नया बाजार में भी चलता है.
मनोज ने बताया कि उनके परिवार की उन्नति से उनके पिता का चचेरा भाई चंदन तथा उनका चचेरा भाई निरंजन काफी जलता था. जिसकी वजह से उक्त दोनों के अलावा उनका एक फूफेरा भाई कारो यादव जिसे उनके पिता ने ही गांव में बसाया था एवं चंदन का काम देखने वाले फुलेश्वर यादव ने मिलकर ही उनके भतीजे की अपहरण की साजिश रची तथा बच्चे को उठाने के तुरंत बाद ही गांव में हल्ला मच जाने की वजह से उसे मारकर नाले में डाल दिया.
मनोज ने बताया कि नाला के ऊपर एक महीने पूर्व ही स्लैब लगाया गया था, जिससे नाला में बच्चा के होने का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता था. वह तो नाले से निकलते दुर्गंध व कुत्ता के द्वारा शव को खींचे जाने को देख लोगों ने स्लैब हटा बच्चे का शव बरामद किया.
परिजनों का रो-रोकर हो रहा था बुरा हाल
होमगार्ड जवान मकेश्वर यादव के बड़े पुत्र रवींद्र यादव की तीन बच्चों में आशीष सबसे छोटा था. उससे ऊपर पांच वर्षीय पुत्र एवं एक तीन वर्षीय पुत्री भी रवींद्र को है. जिसके लिए रवींद्र महाराष्ट्र के कल्याण में प्राइवेट कंपनी में काम करता था. घटना के बाद मृत बच्चे के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो रहा था. मृत बच्चे की मां पिंकू देवी बार-बार यह कहे जा रही थी कि उनके लाल को कोई वापस लाकर दो. उसने अपने जिगर के टुकरे को क्यों अकेला छोड़ा. वहीं मासूम की हत्या की जिसने भी खबर सुनी उसके मुंह से सिर्फ यही बातें निकलती थी कि मासूम की हत्या करते हुए हत्यारों का दिल क्यों नहीं पसीजा. कोई मासूम की हत्या कैसे कर सकता है. उसने किसी का क्या बिगाड़ा था.