अमहरा पंचायत के गंगटा में अवैध शराब का निर्माण
लखीसराय : बिहार में शराब पर प्रतिबंध लगने के बावजूद लोग चोरी छिपे इसका निर्माण व कारोबार करने में लगे हुए हैं. हालांकि इस दिशा में पुलिस व उत्पाद विभाग के द्वारा अनेकों बार कार्रवाई कर शराब कारोबारियों को पकड़ा जाता है तथा शराब भी बरामद की जाती है इसके बावजूद शराब कारोबारी बाज नहीं […]
लखीसराय : बिहार में शराब पर प्रतिबंध लगने के बावजूद लोग चोरी छिपे इसका निर्माण व कारोबार करने में लगे हुए हैं. हालांकि इस दिशा में पुलिस व उत्पाद विभाग के द्वारा अनेकों बार कार्रवाई कर शराब कारोबारियों को पकड़ा जाता है तथा शराब भी बरामद की जाती है इसके बावजूद शराब कारोबारी बाज नहीं आ रहे हैं, जिससे उनके आसपास रहने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
कुछ ऐसा ही वाक्या अमहरा ओपी क्षेत्र के गंगटा में होने की बात कही जा रही है, जिसको लेकर गंगटा गांव निवासी गोरेलाल केवट ने जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक सहित डीआइजी व मुख्यमंत्री को भी पत्र प्रेषित किया है. अपने पत्र में गोरेलाल ने कहा है कि उनके गांव में चार दशकों से कुछ लोगों के द्वारा शराब निर्माण का कार्य किया जाता रहा है, जिन लोगों को कई बार पुलिस के द्वारा पकड़ कर छोड़ दिया जाता है.
इनके चक्कर में निर्दोष लोगों को अत्याचार का सामना करना पड़ता है. छापेमारी के दौरान शराब कारोबारियों के द्वारा शराब निर्माण की सामग्री आसपास के घरों के पास फेंक दी जाती है जिससे उनलोगों को पुलिस का कोपभाजन बनना पड़ता है.
अमहरा ओपी खुलने से लोगों की उम्मीद जगी थी कि शायद शराब कारोबार पर अंकुश लग सकेगा, लेकिन इसका उल्टा ही असर देखने को मिल रहा है, जो लोग शराब बंदी कानून लागू होने के बाद गांव छोड़कर बाहर कमाने चले गये वे भी वापस लौट कर शराब कारोबार में लग गये हैं. शराब कारोबार का विरोध करने पर निर्दोष ग्रामीणों को शराब कारोबारियों का कोपभाजन बनना पड़ता है.
उनके घर पर भी शराब कारोबार से जुड़े लोग छापेमारी के दौरान शराब निर्माण से जुड़ी सामग्री छिपाने का प्रयास करते हैं जिसका विरोध करने पर उनके परिवार के साथ गाली गलौज व धमकी दी जाती है. उन्होंने आलाधिकारियों से इस दिशा में उचित कार्रवाई करते हुए शराब निर्माता संघ का खात्मा करने की गुहार लगायी है, जिससे सभ्य समाज के निर्माण में सहयोग मिल सके.