ऑनलाइन इबीपी संचालन में हांफने लगे हैं बीएलओ
लखीसराय : जिलेभर में बीएलओ के द्वारा ऑनलाइन ईबीपी कार्यक्रम को लेकर समुचित प्रशिक्षण एवं संसाधन और जानकारी के अभाव में भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर जिले में जारी मतदाता सत्यापन कार्यक्रमों की शत-प्रतिशत अनुपालन के कार्य ढाक के तीन पात के समान प्रतीत होने लगे हैं. गौरतलब हो कि इस जिले में लगभग […]
लखीसराय : जिलेभर में बीएलओ के द्वारा ऑनलाइन ईबीपी कार्यक्रम को लेकर समुचित प्रशिक्षण एवं संसाधन और जानकारी के अभाव में भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर जिले में जारी मतदाता सत्यापन कार्यक्रमों की शत-प्रतिशत अनुपालन के कार्य ढाक के तीन पात के समान प्रतीत होने लगे हैं.
गौरतलब हो कि इस जिले में लगभग शिक्षकों के अलावे कई आंगनबाड़ी सेविका, टोला सेवक एवं विकास मित्र को भी बीएलओ का दायित्व दिया गया है, लेकिन दुर्भाग्य है कि साक्षर कर्मियों को डिजिटल इंडिया के तहत ऑनलाइन मतदाता सूची सत्यापन के कार्य करवा पाना काफी टेढ़ी खीर प्रतीत हो रहा है.
शायद इस दौरान खासकर साक्षर बीएलओ के द्वारा मतदाताओं के एपिक नंबर, मोबाइल नंबर एवं आधार नंबर सहित अन्य त्रुटियों का ऑनलाइन अपलोडिंग किये जाने के कार्य बेहद कठिन प्रतीत होने लगे हैं. बावजूद जिला प्रशासन की ओर से इन कार्यों को 95 फ़ीसदी संपन्न बताया जा रहा है. इसके चलते आने वाले दिनों में मतदाताओं के सत्यापन में पूर्व की भांति अनेकों खामियां कायम रहेंगी.
बावजूद जिला प्रशासन इन कार्यों में गंभीरतापूर्वक अनुश्रवण एवं क्रियान्वयन किये जाने के प्रति ज्यादा कोई अभिरुचि नहीं रहा है. मात्र आयोग के निर्देशानुसार निर्धारित तिथि के अंदर फटाफट सेवा के तहत एपिक नंबर डालकर मतदाताओं के सत्यापन का कार्य को अंतिम रूप दिया जा रहा है.
हालांकि इस बाबत में मुख्य निर्वाचन आयुक्त के द्वारा जिले में मतदाता सत्यापन कार्यक्रम की सफलता को लेकर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कई दफा समीक्षात्मक बैठक आयोजित किया गया. इस दौरान मुख्य निर्वाचन आयुक्त की ओर से जिले में अब तक करवाये गये मतदाता सत्यापन कार्यक्रम ईबीपी के बारे में प्रगति कार्यों की समीक्षा की गयी.
इस दौरान जिलाधिकारी शोभेंद्र कुमार चौधरी ने राज्य निर्वाचन आयुक्त को बताया कि जिले के सभी 696 मतदान केंद्रों के बीएलओ के द्वारा मतदान केंद्र पर मतदाताओं के मतदाता सूची में दर्ज नाम के आधार पर मतदाता सत्यापन कार्यक्रम चलाया जा रहा है.
उन्होंने कहा निर्धारित समय सीमा के भीतर इन कार्यों को लक्ष्य के अनुरूप पूरा कर लिए जाने को लेकर सभी निर्वाचित पदाधिकारी एवं सहायक निर्वाचन पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया है. उन्होंने कहा की मतदाता सत्यापन कार्यक्रम में कोताही बरतने वाले कर्मियों के विरुद्ध सख्त दंडात्मक कार्रवाई किये जायेंगे. गौरतलब होगी जिलेभर में मतदाता सत्यापन कार्यक्रम आगामी 18 नवंबर तक कराये जा रहे हैं.
इस दौरान मतदाताओं के आधार कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, राशन कार्ड, बैंक पासबुक, किसान पहचान पत्र, शासकीय-अर्ध शासकीय द्वारा जारी पहचान पत्र, मोबाइल नंबर, वोटर हेल्पलाइन एनबीएसपी पोर्टल, मोबाइल एप्प कॉमन सर्विस सेंटर की मदद से तथा बीएलओ एवं ईआरओ के पास फॉर्म जमा कर मतदाता सत्यापन के कार्य कराये जायेंगे.
इस दौरान मृत एवं स्थानांतरित मतदाताओं के नाम को भी प्रपत्र सात के माध्यम से विलोपित किया जाना निर्धारित है, जबकि और पंजीकृत व्यक्तियों से फार्म छह प्राप्त करने की सुविधा भी प्रदान की गई है. मतदाताओं की जानकारी डेटाबेस में दर्ज करने की सुविधा बीइसइबीपी पोर्टल पर उपलब्ध है.
बावजूद निर्वाचन कर्मियों की लापरवाही, साधनहीनता एवं प्रशासनिक फरमान बाजी के बीच मतदाता सूची कि इस केवाईसी कार्यक्रम को आधा-अधूरा करवा कर भारत निर्वाचन आयोग के कोरम को पूरा किया जा रहा है.
इइस बीच बीते 11 नवंबर तक ऑफलाइन एवं ऑनलाइन बीएलओ के कार्यों को जिला प्रशासन की ओर से लगभग 95 फ़ीसदी संपन्न बताया जा रहा है, जबकि आनन-फानन में अक्सर सहायक निर्वाचन पदाधिकारी की व्यस्तता एवं लापरवाही के चलते बीएलओ के द्वारा इन कार्यों को समुचित तरीके से अंतिम रूप नहीं दिया जा रहा है.
जिसके चलते जिले भर में मतदाता सत्यापन के कार्य बिल्कुल टांय टांय फिस साबित होने लगी है. हालांकि मतदाता सत्यापन के कार्य मतदाता हेल्पलाइन पोर्टल पर भी ऑनलाइन उपलब्ध कराया गया है.
बोले अधिकारी
इस बाबत में अनुमंडलाधिकारी मुरली प्रसाद सिंह ने बताया कि मतदाता सूची सत्यापन कार्यक्रम के दौरान बीएलओ के द्वारा की गय त्रुटियों का सुधार संशोधन के क्रम में किया जायेगा एवं इन कार्यों में लापरवाही बरतने वाले बीएलओ के खिलाफ कार्रवाई करेंगे तो दूसरी ओर डीसीएलआर नीरज कुमार ने भी बताया की मतदाता सूची का प्रारूप प्रकाशन के बाद इन कार्यों की विशेष अन्वेषण किया जायेगा. निर्वाचन के कार्यों में किसी भी प्रकार की त्रुटियों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा.
उन्होंने कहा जिले में मतदाता सत्यापन के कार्य बिल्कुल समुचित तरीके से भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुरूप कराए जा रहे हैं, तो दूसरी ओर उप निर्वाचन पदाधिकारी अंगद प्रसाद लोहरा ने भी बताया की मतदाता सत्यापन के कार्य को समुचित एवं आयोग के निर्देशों के अनुरूप विधिवत कराया जाएगा इसमें आ रही कठिनाइयों एवं त्रुटियों का हर हाल में निदान किया जायेगा.