मातृ शिशु मृत्यु दर में कमी के लिए 21 दिवसीय प्रशिक्षण
मातृ शिशु मृत्यु दर में कमी के लिए 21 दिवसीय प्रशिक्षण
मातृ शिशु मृत्यु दर में कमी के लिए 21 दिवसीय प्रशिक्षण
24 अक्तूबर से 13 नवंबर तक स्वास्थ्य कर्मी का प्रशिक्षण
लखीसरायसदर अस्पताल के सभागार में प्रभारी सीएस डॉ राकेश कुमार के अध्यक्षता में गुरुवार को जिले में मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी लाने को लेकर स्वास्थ्य कर्मी का 21 दिवसीय प्रशिक्षण आरंभ किया गया. जिसमें संस्थागत प्रसव के पूर्व व उपरांत गर्भवती महिला व जन्म के बाद नवजात को दी जाने वाली ट्रीटमेंट के बारे में विशेष ट्रेनर द्वारा स्वास्थ्य कर्मी को प्रशिक्षण दिया जायेगा. प्रभारी सीएस के अनुसार स्किल्ड बर्थ अटेंडेंट एसबीए यानि कुशल प्रसव के जरिए मातृ-शिशु मृत्यु दर कम करने के प्रयास के कड़ी में विभिन्न स्वास्थ्य केंद्र के चिह्नित स्वास्थ्य कर्मी के लिए 21 दिवसीय प्रशिक्षण आरंभ किया गया है. स्त्री रोग एवं शिशु रोग विशेषज्ञ चिकित्सक सामूहिक रूप से स्वास्थ्य कर्मी को गर्भवती एवं प्रसूता महिला को दी जाने वाली ट्रीटमेंट के बारे में प्रशिक्षित करेंगे. गर्भवती को एनीमिया से बचाव, प्रसव के दौरान पीपीएफ प्रबंधन, एंटी नेटल, पोस्ट नेटल केयर, एक्लेम्पसिया, स्तनपान, कंगारू देखभाल, प्रसव पश्चात देखभाल, प्रसव पूर्व परीक्षण, प्रसव पूर्व रक्तरसाव एवं एएमटीएसएल सहित अन्य बारीकी जानकारी दी जायेगी. प्रसव में आने वाली जटिलता का भौतिक व मौखिक दोनों प्रशिक्षण दिया जायेगा. मौके पर सदर अस्पताल प्रबंधक नंदकिशोर भारती, डॉ नीलू विश्वकर्मा, सुनीता कुमारी, जूही कुमारी, सिद्धार्थ कुमार एवं मनीष कुमार सहित अन्य लोग मौजूद थे.
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