नक्सलियों का सेफजोन है चानन व कजरा का पहाड़ी क्षेत्र

चानन : चानन का पहाड़ी व जंगली क्षेत्र सतघरवा कोड़ासी बासकुंड कोड़ासी, गोबरदाहा कोड़ासी, गोरधोबा कोड़ासी नक्सलियों का सेफ जोन है. कजरा मोरवे डैम, श्रृंगि ऋषि धाम सहित अन्य जगहों को पुलिस नक्सलियों का ठिकाना मानती है. इसके अलावे और कई दर्जन भर जगह हैं जहां नक्सली सुरक्षित पनाह लेते हैं. आये दिन पुलिस को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 17, 2015 8:04 PM

चानन : चानन का पहाड़ी व जंगली क्षेत्र सतघरवा कोड़ासी बासकुंड कोड़ासी, गोबरदाहा कोड़ासी, गोरधोबा कोड़ासी नक्सलियों का सेफ जोन है. कजरा मोरवे डैम, श्रृंगि ऋषि धाम सहित अन्य जगहों को पुलिस नक्सलियों का ठिकाना मानती है. इसके अलावे और कई दर्जन भर जगह हैं जहां नक्सली सुरक्षित पनाह लेते हैं. आये दिन पुलिस को सफलता हाथ लग रही है. इसलिए बौखलाहट में नक्सली किसी भी समय कोई बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं.

इस क्रम में रेलवे लाइन, स्टेशन, रेल कर्मी, टावर, बैंक एवं पुलिस कैंप को निशाना बना सकते हैं. इन पहाड़ी क्षेत्रों की कठिन भौगोलिक बनावट की वजह से पुलिस को सर्च अभियान के दौरान काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. वहीं नक्सली ऐसे दुर्गम स्थानों को चुन कर अपना आशियाना बनाते हैं. ताकि वे पुलिस से सुरक्षित रह सकें.चानन व कजरा क्षेत्र में नक्सली कई मायनों में पुलिस से मजबूत हैं. सूत्रों के मुताबिक, सीआरपीएफ, कोबरा तथा एसटीएफ के अभियान पर निकलते ही इसकी सूचना नक्सलियों तक पहुंच जाती हैं. फिर नक्सली अपना ठिकाना बदल लेते हैं.

कोई बड़ा अभियान चलने से पहले ही ये नक्सली जंगल छोड़ देते हैं. गांव में अपना आशियाना ढूंढ़ लेते हैं. कई बार ये नदी पार कर भी दूसरे गांव चले जाते हैं. चलाया गया सर्च अभियान चानन. पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार के निर्देश पर सीआरपीएफ के सहायक कमांडेट 131 बटालियन बन्नूबगीचा के सचिन कुमार के नेतृत्व में शुक्रवार को नक्सलियों के विरुद्ध पहाड़ी तथा जंगलों में सर्च अभियान चलाया गया. हालांकि सर्च अभियान में पुलिस को कोई सफलता हाथ नहीं लगी. इसकी जानकारी चानन थाना के एसआइ गोविंद ने दी.

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