रिक्शा-ठेला चालकों ने की शेड की मांग
पीरीबाजार. ठंड व भीषण गरमी या बरसात के मौसम में पीरीबाजार के रिक्शा, जुगाड़ गाड़ी एवं ठेला चालकों के लिए पड़ाव स्थल या कोई शेड नहीं है. ऐसे में उनके आराम करने की कोई जगह नहीं है. अपने व बाल-बच्चे के भरण पोषण के लिए उन्हें हर मौसम में काम करना पड़ता है. लू व […]
पीरीबाजार. ठंड व भीषण गरमी या बरसात के मौसम में पीरीबाजार के रिक्शा, जुगाड़ गाड़ी एवं ठेला चालकों के लिए पड़ाव स्थल या कोई शेड नहीं है. ऐसे में उनके आराम करने की कोई जगह नहीं है. अपने व बाल-बच्चे के भरण पोषण के लिए उन्हें हर मौसम में काम करना पड़ता है. लू व ठंड से मरनेवालों में भी इन्हीं का नाम अधिक आता है. ऐसे में रिक्शा-ठेला चालक अपने वाहन को पड़ाव के अभाव में सड़कों पर लगाते हैं और इधर-उधर दुकानदारों के पास या रेलवे स्टेशन पर पैसेंजर का इंतजार करते हैं. वहीं सड़कों पर ठेला, रिक्शा खड़ा करने से वाहन चालकों व राहगीरों को परेशानी होती है. रिक्शा चालक रामजी, ठेला चालक भोला साव, सागर साव, मनीष आदि ने बीडीओ सूर्यगढ़ा से पीरीबाजार में पड़ाव व शेड की मांग की है.