सड़क दुर्घटना में दो की मौत कई घायल
सड़क दुर्घटना में दो की मौत कई घायल फोटो 11(दुर्घटनाग्रस्त वाहन को देखती भीड़)चकाई(जमुई). चकाई-देवघर मुख्य मार्ग पर चकाई थाना क्षेत्र के पंचमुखी मोड़ के समीप शनिवार दोपहर बाटिका नामक यात्री बस के पेड़ से टकरा जाने से उसपर सवार दो यात्री की मौत हो गयी. जबकि आधा दर्जन यात्री घायल हो गये. जानकारी के […]
सड़क दुर्घटना में दो की मौत कई घायल फोटो 11(दुर्घटनाग्रस्त वाहन को देखती भीड़)चकाई(जमुई). चकाई-देवघर मुख्य मार्ग पर चकाई थाना क्षेत्र के पंचमुखी मोड़ के समीप शनिवार दोपहर बाटिका नामक यात्री बस के पेड़ से टकरा जाने से उसपर सवार दो यात्री की मौत हो गयी. जबकि आधा दर्जन यात्री घायल हो गये. जानकारी के अनुसार बाटिका यात्री बस देवघर से गिरीडीह जा रही थी. इसी दौरान उक्त मोड़ पर वाहन पेड़ से टकरा गई. दुर्घटना में भेलवाघाटी थाना के कोडि़यामो निवासी मौला बख्स तथा चकाई थाना के पकरी निवासी 18 वर्षीय हूरो दास नामक यात्री की मौत हो गयी तथा पकरी निवासी बिनोद दास, लक्ष्मण दास तथा नवादा निवासी डब्लू कुमार राम, पीपरा गांव की नवासी रमेश हेंम्ब्रम, खरगडीहा निवासी सोनी कुमारी सहित आधा दर्जन यात्री घायल हो गया. स्थानीय लोगों द्वारा सभी घायलों को ईलाज हेतू रेफरल अस्पताल पहुंचाया गया. घायलों की गंभीर स्थिति को देखते हुए चिकित्सकों ने सभी घायल को बेहतर इलाज हेतु सदर अस्पताल रेफर कर दिया.घटना के बाबत प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि सड़क निर्माण में लगा जेसीबी वाहन द्वारा चकमा दिये जाने के कारण बस वाहन असंतुलित होकर पेड़ से टकरा गया. घटना की सूचना पाते ही मौके पर पहंची पुलिस शव को अपने कब्जे में ले कर अंत्यपरीक्षण को भेज दिया.फोटो 11 ए( घटनास्थल पर रोते-बिलखते परिजन)परिजनों के रुदन से माहौल गमगीनअब हमर दिना कैसे कटतो हो राजा उक्त बातें कहकर दहाड़े मारकर रो रही थी मृतक की पत्नी एंव पकरी गांव निवासी गुडि़या देवी़ पकरी गांव निवासी तथा मृतक के पिता एवं वार्ड सदस्य सहदेव दास ने रोते हुए बताया कि मेरा बेटा हूरो घर में एक मात्र कमाउ सदस्य था. वह सूरत से काम कर दशहरा के मौके पर घर आ रहा था. भगवान को मंजूर नहीं था. जो मुझसे छिन लिया. दूसरे मृतक तथा भेलवाघाटी थाना क्षेत्र निवासी मौला बख्स का भाई कमरुद्दीन अंसारी ने रोते हुए बताया कि हम दोनों भाई राजकोट से काम कर मुर्हरम में घर लौट रहे थे कि चकाई आते-आते मेरा भाई हमसे सदा के लिये रुठ कर चला गया़ इसी के कमाई से इसका परिवार का भरण-पोषण होता था. वहीं दोनों परिवारों के रुदन से माहौल गमगीन हो गया तथा लोगों की आंखों से आंसू झरझर बह रहे थे.