घटना के लिए पुलिस जम्मिेवार

घटना के लिए पुलिस जिम्मेवार सिकंदरा . पिछले दस-पंद्रह दिनों से महादेव सिमरिया में सांप्रदायिक तनाव की चिंगारी सुलग रही थी. इस बात की जानकारी पुलिस पदाधिकारियों को भी थी. लेकिन सारे तथ्यों से अवगत होने के बावजूद पुलिस इस मामले को शांत नहीं करा पा रही है. इसके लिए दोनों पक्षों से ज्यादा पुलिस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 1, 2015 7:18 PM

घटना के लिए पुलिस जिम्मेवार सिकंदरा . पिछले दस-पंद्रह दिनों से महादेव सिमरिया में सांप्रदायिक तनाव की चिंगारी सुलग रही थी. इस बात की जानकारी पुलिस पदाधिकारियों को भी थी. लेकिन सारे तथ्यों से अवगत होने के बावजूद पुलिस इस मामले को शांत नहीं करा पा रही है. इसके लिए दोनों पक्षों से ज्यादा पुलिस प्रशासन के लोग ही ज्यादा जिम्मेवार है. बताते चलें कि मुहर्रम व दुर्गा पूजा के समय से ही महादेव सिमरिया में दो पक्षों के बीच आपसी मतभेद गहराते जा रहे थे. राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की शाखा महादेव सिमरिया में पहले से ही कार्यरत थी. लेकिन हाल के दिनों में संघ का सांगठनिक ढ़ांचा प्रखंड के पूर्वोतर हिस्से में काफी मजबूती से खड़ा हुआ है और अपनी सक्रियता बढ़ाते हुए संघ ने अपने 90 वें स्थापना दिवस पर महादेव सिमरिया में पथ संचलन यात्रा कार्यक्रम की तैयारी शुरू कर दी. यूं तो विजया दशमी के अवसर पर संघ की पथ संचलन यात्रा हमेशा ही प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में निकलती रही है. लेकिन महादेव सिमरिया में संघ का यह पहला वृहत कार्यक्रम कुछ लोगों की आंखों में खटकने लगा और इसे अल्पसंख्यकों के विरूद्ध कार्रवाई बताते हुए कुछ लोगों ने इसमें अपनी राजनीतिक रोटियां सेकनी शुरू कर दी. वहीं इस साधारण बात को लेकर पुलिस प्रशासन भी काफी चौकस हो गयी. पुलिस की चौकसी के बीच मुहर्रम व दशहरा जैसे पर्व शांतिपूर्ण तरीके से निपट गये. वहीं 27 अक्तूबर को संघ का पथ संचलन यात्रा भी शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया. इन सारी चीजों के शांतिपूर्ण समापन के बाद पुलिस ने 44 लोगों के खिलाफ शांति भंग करने की आशंका जताते हुए धारा 107 के तहत नोटिस जारी कर दी. इसी नोटिस में सिकंदर को गलत तरीके से घसीटने की घटना ने बवाल का रूप ले लिया. सिकंदर ने इसके लिए मुखिया पति मंजूर आलम को जिम्मेवार बताते हुए उसके खिलाफ जांच की मांग की .

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