बिना शक्षिक के ही उर्दू के छात्र प्राप्त करते हैं डग्रिी
बिना शिक्षक के ही उर्दू के छात्र प्राप्त करते हैं डिग्री लखीसराय: बिहार व केंद्र सरकार द्वारा अल्पसंख्यकों के लिए कई कल्याणकारी योजना चलायी जा रही है. वहीं शहर के एक मात्र अंगीभूत महाविद्यालय केएसएस काॅलेज लखीसराय में अल्पसंख्यक छात्र छात्रा बिना शिक्षक के ज्ञान प्राप्त कर रहे हैं. बताते चलें कि इस महाविद्यालय में […]
बिना शिक्षक के ही उर्दू के छात्र प्राप्त करते हैं डिग्री लखीसराय: बिहार व केंद्र सरकार द्वारा अल्पसंख्यकों के लिए कई कल्याणकारी योजना चलायी जा रही है. वहीं शहर के एक मात्र अंगीभूत महाविद्यालय केएसएस काॅलेज लखीसराय में अल्पसंख्यक छात्र छात्रा बिना शिक्षक के ज्ञान प्राप्त कर रहे हैं. बताते चलें कि इस महाविद्यालय में जो उर्दू के शिक्षक थे, वे एक वर्ष पूर्व सेवानिवृत हो गये. वर्तमान में यहां एक भी शिक्षक नहीं हैं, फिर भी काॅलेज में अल्पसंख्यक छात्र-छात्राओं का नामांकन लिया जा रहा है. उर्दू पढ़ने वाले छात्र-छात्रा ऐसे ही परीक्षा का फार्म भर कर डिग्री प्राप्त करते हैं. छात्र मोहम्मद खुर्शीद ने बताया कि हम लोगों के पास काेई विकल्प नहीं है. सिर्फ केएसएस काॅलेज में उर्दू की पढ़ाई होती है. अन्य काॅलेजों में उर्दू की पढ़ाई नहीं होती है. इसके कारण लाचार होकर यहां नामांकन लेते हैं और बाहर में अध्ययन प्राप्त कर डिग्री प्राप्त करते हैं.बोले प्रभारी प्राचार्यकेएसएस काॅलेज के प्रभारी प्राचार्य कौशल कुमार कहते हैं कि उर्दू शिक्षक के लिए कई बार विश्वविद्यालय को लिखित व मौखिक कहा गया, आश्वासन भी मिला, पर आज तक उर्दू विषय में अतिथि शिक्षक भी उपलब्ध नहीं हो पाया है. इसके लिए मैं प्रयासरत हूं.टाल क्षेत्र में खेत पटवन के लिए बड़े पैमाने पर बोरिंग प्रारंभलखीसराय: मौसम के बेरुखी से रबी फसल उत्पादक किसान टाल क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अपने खर्च पर बोरिंग करा रहे हैं, ताकि खेतों में पटवन कर रबी फसल का उत्पादन कर सकें. जिले के दाल का कटोरा कहे जाने वाले बड़हिया टाल में इस वर्ष मौसम के बेरुखी से तीन हिस्सों में सुखाड़ की स्थिति है. इससे यहां की एक मात्र रबी फसल चना, मसूर, खेसारी, केराव व राई की बुआई बुरी तरह से प्रभावित हो गयी है. जब किसानों को कृषि विभाग से कोई सहारा नहीं मिला, तो उन्होंने साहूकारों एवं बैंकों से ऋण लेकर अपने खेतों में बोरिंग करान प्रारंभ कर दिया है. हालांकि बोरिंग गाड़ने वाले मिस्त्री उपलब्ध नहीं रहने से किसान चिंतित हैं. टाल क्षेत्र में किसान रबी की बुआई 15 अक्तूबर से पांच नबंवर तक करते हैं. इस वर्ष मौसम की बेरुखी से खेतों की नमी गायब है. ज्ञात हो कि इस वर्ष हरोहर एवं गंगा नदियों से बडहिया टाल के खेत नहीं डूबे. इसके बाद भी मौसम के बेरुखी से बारिश नहीं पड़ने और पछिया हवा चलने से टाल की खेतों की नमी पूरी तरह से समाप्त हो गयी. इससे बड़े पैमाने पर टाल क्षेत्र सुखाड़ के चपेट में आ गया है. रबी फसल बुआई प्रभावित हो गयी है. बोले किसानकिसान गणेश प्रसाद सिंह, फुलैना कुमार अश्क, दिलीप कुमार,नवीन कुमार, निरंजन कुमार,विपिन कुमार आदि ने बताया कि मौसम की बेरुखी से टाल के तीन हिस्सों में रबी की बुआई प्रभावित हो गयी है. किसानों ने किसी तरह रबी की बुआई की, पर बीज अंकुरित नहीं हो पाया. इसके बाद किसानों ने खेतों में बोरिंग कराने का निश्चय किया. और बोरिंग गड़ा रहे हैं. किसानों ने बताया कि दुर्भाग्य तो इस बात का है कि दाल की कीमत आसमान छू रही है. पर दाल उत्पादक क्षेत्र बड़हिया टाल के किसानों की सरकार व जन प्रतिनिधि को कोई चिंता नहीं है. बोले प्रखंड कृषि पदाधिकारीप्रखंड कृषि पदाधिकारी महेंद्र चौधरी ने कहा कि मुझे भी टाल सुखाड़ की जानकारी है. खेतों में नमी कम होने के कारण रबी की बुआई प्रभावित हो रही है, पर अभी तक कृषि विभाग को किसी किसान ने आवेदन नहीं दिया है. आवेदन मिलते ही उच्च पदाधिकारियों को प्रतिवेदन भेजा जायेगा.रबी कार्यशाला का होगा आयोजन लखीसराय: जिले में जब रबी की बुआई समाप्त होने वाली है, तो कृषि विभाग बिहार सरकार ने जिला कृषि विभाग को 16 नवंबर को किसानों के लिए रबी कार्यशाला का आयोजन करने का निर्देश दिया है. जागरूक किसान दशरथ सिंह, विकास कुमार,प्रहलाद कुमार ने बताया कि कृषि विभाग को यह जानकारी है कि पांच नबंवर तक रबी की फसल की बुआई होती है, तब क्यों 16 नवंबर को रबी कार्यशाला का आयोजन के लिए पत्र दिया. अगर कार्यशाला का आयोजन होता है, तो किसानों को इससे क्या फायदा मिलेगा. इस कार्यशाला 15 अक्तूबर से पहले आयोजन होता तो किसानों को रबी बुआई करने की जानकारी मिलती. कृषि विभाग के अनुसार किसानों के लिए रबी कार्यशाला 15 अक्तूबर से पहले होने वाला था, पर विधानसभा चुनाव हो जाने के कारण इसकी तिथि 16 नवंबर हो गयी है. विभाग ने अभी तक तिथि निर्धारित नहीं की है.बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के तहत बाल महोत्सव का आयोजन लखीसराय: पुरानी बाजार स्थित उच्च विद्यालय महिला विद्या मंदिर परिसर में बेटी बचाओ, बेटी पढाओ अभियान के तहत विभिन्न विद्यालयों के बच्चों के द्वारा बाल महोत्सव का आयोजन किया गया. इसका उद्घाटन डीपीओ आरएमएसए नरेंद्र कुमार ने किया. इसमें चार तरह के कार्यक्रम का आयोजन किया गया. निर्णायक मंडल में अरबिंद कुमार भारती, पप्पू राउत, स्वीटी रानी, मृदुला मार्तंग के द्वारा जिले के विभिन्न विद्यालयों से आये छात्राओं के लोक नृत्य, लोकगीत, नाटक, चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में ग्यारह विद्यालयों ने हिस्सा लिया. महिला विद्या मंदिर, दुर्गा उच्च विद्यालय, उच्च विद्यालय हलसी, धौसेठ, अभयपुर, अमरपुर, सहुर परियोजना बालिका उच्च विद्यालय सूर्यगढा व कन्या उच्च विद्यालय बड़हिया ने भाग लिया. चयनित बच्चों को मुंगेर में प्रमंडलस्तरीय प्रतियोगिता में भेजा जायेगा. मौके पर नटराज, संजीव कुमार,साधना कुमारी,रविंद्र भारती आदि मौजूद थे.अमित शाह चार नवंबर को देगें चुनाव आयोग के समक्ष जवाब लखीसराय: भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह आगामी चार नवंबर को चुनाव आयोग के समक्ष पाकिस्तान में पटाखे फूटेंगे और नीतीश से ज्यादा शहाबुद्दीन खुश होंगे वाले बयान कि शिकायत पर जवाब देंगे. इस संबंध में जिला जदयू श्रमिक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष कमल किशोर ने बताया कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने 30 अक्तूबर को रक्सौल में एक चुनावी सभा में कहा था कि महागंठबंधन बिहार में चुनाव जीतेगा, तो पाकिस्तान में पटाखे फूटेंगे और नीतीश से ज्यादा शाहाबुद्दीन खुश होंगे. मुख्य चुनाव आयोग को बयान पर शिकायत की गयी थी. इस पर चुनाव आयोग ने अमित शाह को नोटिस भेज कर चार नवंबर को तीन बजे तक जवाब मांगा है. नि:शक्तता प्रमाण पत्र बनाने में होनेवाली परेशानी हो दूरलखीसराय: वरिष्ठ नागरिक कल्याण संघ की बैठक नया बजार धर्मशाला में बालदेव प्रसाद की अध्यक्षता में हुई. बैठक में सर्वसम्मत से निर्णय लिया गया कि नि:शक्तता प्रमाण पत्र बनाने में अनियमितता बरती जाती है. जो पैसा नहीं देते हैं उसे महीनों तक डाॅक्टर से मिलने की अनुमति नहीं मिलती है. डाक्टर से मिलने की फीस एक सौ रुपये से तीन सौ रुपये तक होती है. इसे अविलंब बंद किया जाय. बैठक में हरिलाल वर्मा, रामोतार मंडल, प्रभु पंडित, रधुनाथ मंडल, गीता प्रसाद आदि उपस्थित थे.