पहल: आप भी लीजिए स्वच्छ व प्रदूषणमुक्त दीपावली मनाने का संकल्प

पहल: आप भी लीजिए स्वच्छ व प्रदूषणमुक्त दीपावली मनाने का संकल्प फोटो-01चित्र परिचय-प्रदूषणमुक्त दीपावली मनाने का संकल्प लेते चेंबर के सदस्यप्रतिनिधि, लखीसरायसमाज के सभी वर्ग के लोग आगे आ रहे हैं. सभी की कोशिश यही है कि हमलोग खुशियां की दीपावली मनाये. अपने गांव व शहर को प्रदूषण से बचाएं. प्रभात खबर की पहल पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 7, 2015 7:31 PM

पहल: आप भी लीजिए स्वच्छ व प्रदूषणमुक्त दीपावली मनाने का संकल्प फोटो-01चित्र परिचय-प्रदूषणमुक्त दीपावली मनाने का संकल्प लेते चेंबर के सदस्यप्रतिनिधि, लखीसरायसमाज के सभी वर्ग के लोग आगे आ रहे हैं. सभी की कोशिश यही है कि हमलोग खुशियां की दीपावली मनाये. अपने गांव व शहर को प्रदूषण से बचाएं. प्रभात खबर की पहल पर इस बार मुंगेर चैंबर ऑफ कामर्स की सूर्यगढ़ा इकाई के सदस्यों ने शनिवार को स्वच्छ व प्रदूषणमुक्त दीपावली मनाने का संकल्प लिया. यहां प्रस्तुत है सदस्यों के विचार-रवि शंकर सिंह अशोक : दीपावली को लेकर घर से लेकर मन तक की, साथ ही बाहर की सफाई का भी ख्याल रखें. केरोसिन के दीये व पटाखों से परहेज रखें. इससे फायदा कुछ नहीं नुकसान ज्यादा है. लोगों के बीच खुशियां बांटना ही हमारा मूल मकसद होना चाहिए. जब हमारा समाज प्रदूषणमुक्त रहेगा तभी हम स्वस्थ समाज की बात कर सकते हैं.अनिल वर्मा : वर्तमान समय में हमलोग ऐसे ही प्रदूषण की समस्या से जुल्म कर रहे हैं. इससे तरह-तरह की बीमारियां फैल रही है. हमें इसे रोकने की कोशिश करनी चाहिए. ऐसा नहीं कि दीपावली में प्रदूषण फैला कर हम शेष बढ़ायें. यह हमारा अपने परिवार व समाज के प्रति दायित्व बनता है. हम समाज में लोगों को प्रदूषणमुक्त व इको फ्रेंडली दीपावली मनाने के लिए प्रेरित करें. ओम प्रकाश साह : सूर्यगढ़ा चेंबर के वरीय सदस्य अधिवक्ता ओम प्रकाश साह ने अपना विचार रखते हुए कहा कि दीपावली में केरोसिन जलाने से हम अपना ही नुकसान करते हैं. हमारे घर के आसपास धुआं फैलेगा तो उसका ज्यादा नुकसान हमें ही उठाना पड़ेगा. लोगों को यह समझाने की जरूरत है. ऐसी रोशनी का क्या फायदा जिससे हम खुद ही बीमार हो जायें. हम सरसों के तेल को ही मिट्टी के दीये में डालकर दीपक जलायें तभी वातावरण शुद्ध रहेगा.रामचंद्र अग्रवाल : दीपावली का मतलब दूसरों को खुशी देना है. हम किसी को उस दिन खुश कर सकें तो बड़ी बात होगी. हमें ऐसे लोगों का सहयोग करना चाहिए. जिनके पास दीपावली मनाने का सामर्थ्य नहीं है. हमें उनके घरों में खुशी बांटनी चाहिए, तभी हम त्योहार के उद्देेश्य को बरकरार रख पायेंगे और गांव व शहर को प्रदूषण से बचा सकेंगे. आलोक अग्रवाल : स्वच्छ व प्रदूषणमुक्त दीपावली ही सच्ची दीपावली है. इसके लिए हम सभी को जागरूक होने की जरूरत है. लोगों को यह बताने की जरूरत है कि एक दिन जगह-जगह केरोसिन जलाने से जितना प्रदूषण होता है, उसका असर लंबे समय तक रहता है. हमें ऐसी दीपावली से बचना चाहिए. लोगों के बीच जाकर उन्हें स्वस्थ दीपावली मनाने के लिए प्रेरित करनी चाहिए.प्रेम कुमार : हम सभी दीपावली के मौके पर उदास चेहरों पर खुशियां लायें, बच्चों के बीच मिठाई बांटें व उन्हें दीपावली की शुभकामनाएं दें. पटाखे की जिद करने वाले बच्चे को समझायें और उन्हें उनकी पसंद की दूसरी चीजें दें तभी इको फ्रेंडली दीपावली का संकल्प पूरा हो पायेगा.

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