लखीसराय : राज्य में पंचायती राज का पांचवां साल बीतने को है, लेकिन इन पांच सालों में पंचायत के लोगों को बुनियादी सुविधा नसीब नहीं हो सका है. सूर्यगढ़ा प्रखंड मुख्यालय से सटे जकड़पुरा पंचायत में 60 फीसदी आबादी दलित, महादलित व पिछड़ी जाति की है. यहां लोगों को सड़क, जल निकासी, राशन, इंदिरा आवास आदि सुविधा भी मयस्सर नहीं हो पायी है. आवागमन के लिए पक्की सड़क नहीं है,
जिस कारण बरसात के दिनों में लोगों को घर से एनएच तक आने में भी परेशानी होती है. मानुचक, बिंदटोली, जकड़पुरा, नयाटोला आदि गांव में जल निकासी की समस्या से लोग परेशान हैं. घर से निकला पानी पास के गड्ढे में जमा होता है, जिससे बीमारी फैलने का खतरा बना रहता है. बीपीएल कार्ड नहीं रहने के कारण कई जरूरतमंद इंदिरा आवास के लाभ से वंचित रह गये.
ऐसा नहीं है कि इस पंचायत में विकास का कार्य नहीं हुआ, लेकिन पिछले पंचायत चुनाव के बाद लोगों ने जो विकास का खाका अपने मन में खींच रखा था, वह उम्मीदों की कसौटी पर खरा नहीं उतरा. क्या कहते हैं मुखियापंचायत के मुखिया कृष्णदेव पासवान के मुताबिक पिछले साढ़े चार वर्षों में पंचायत में विकास के कई कार्य हुए. 295 लोगों को इंदिरा आवास योजना का लाभ दिया गया.
कुल 605 लोगों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन का लाभ दिया जा रहा है, इनमें से तीन सौ नये लाभुक हैं. 16 पीसीसी सड़क, पांच सड़कों का इंट खरंजा करण, चार नाला का निर्माण कर उसपर ढक्कन डाला गया. वार्ड नंबर 12 में गोंदरी घाट व शिव स्थान घाट में सीढ़ी का निर्माण, 105 चापाकल गाड़ा गया. 23 यूनिट पौधारोपण का कार्य हुआ.
तीन सौ नवविवाहिता को मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना का लाभ दिया गया. बीपीएल परिवार के लिए मिट्टी भराई का एक सौ अभिलेख खोला गया. मुखिया के मुताबिक उन्होंने मनरेगा के तहत क्रियान्वित योजनाओं से रोजगार सृजन किया. इन साढ़े चार सालों में लोगों के सुख-दुख में उनके साथ रहे व पंचायत में विकास कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर किया.
उन्होंने बताया कि बीपीएल सूची में नाम नहीं होने की वजह से कुछ जरूरतमंद मतदाता वृद्धावस्था पेंशन व इंदिरा आवास के लाभ से वंचित रह गये. क्या कहते हैं लोगसाकेतधाम नया टोला जकड़पुरा निवासी विजय डीलर के मुताबिक इन साढ़े चार सालों में विकास के नाम पर कुछ नहीं हुुआ.
मतदाताओं के मन में जो उम्मीद जगी थी कि अब क्षेत्र का विकास होगा, विकास के नये आयाम लिखे जायेंगे, ऐसा कुछ नहीं हुआ. नया टोला जकड़पुरा दास टोला के प्रकाश दास के मुताबिक वार्ड नंबर नौ में विकास का कोई काम नहीं हुआ. मुखिया जी को जनता की समस्याओं से कोई लेना-देना नहीं रहा.
आज भी दास टोला में लकड़ी के जर्जर खंभे के सहारे विद्युत आपूर्ति होती है. जगदीशपुर भट्ठा पर के पंकज कुमार के मुताबिक जन प्रतिनिधि चुनाव के वक्त वायदे कर वोट हासिल करते हैं लेकिन बाद में जनता अपने को ठगा महसूस करते हैं.
काली स्थान जकड़पुरा के हरिहर यादव के मुताबिक विकास तो हुआ, लेकिन उम्मीद के मुताबिक कार्य नहीं हुआ. मानुचक के भेरो पासवान के मुताबिक गांव में पीसीसी सड़क बनाया गया, लेकिन कई जरूरतमंद इंदिरा आवास के लाभ से वंचित रह गये.
इसी गांव के युगल पासवान के मुताबिक राशन कार्ड नहीं मिला, इसलिए एक साल से खद्यान्न नहीं मिल रहा है. मानुचक बिंद टोली के जनक महतो के मुताबिक गांव में एक भी घर में शौचालय नहीं है. लोग खुले में शौच जाते हैं.
महिलाओं के शौच के लिए अंधेरा होने का इंतजार करना होता है. इसी गांव के प्रमोद पासवान के मुताबिक इस गांव में आकर विकास दम तोड़ देता है. इन साढ़े चार वर्षों में एनएच 80 से सुरक्षा तटबंध तक पीसीसी सड़क बनने के अलावा एक ईंट भी नहीं लगा. गांव में जल निकासी की समस्या है. लोग गंदगी के बीच रहने को मजबूर हैं.
जरूरतमंद लोगों का नाम बीपीएल सूची में न होकर अमीरों को इस सूची में रखा गया है. गांव में विद्यालय के लिए एक कट्ठा जमीन भी चंदा कर खरीदा गया. जकड़पुरा नया टोला के सुबोध शर्मा के मुताबिक न नाला की व्यवस्था हुई और न ही पक्की सड़क बनी. इसी गांव के सुरेश साव के मुताबिक सरकारी कोटे से अनाज भी नहीं मिलता तो विकास की बात क्या कहें.
क्या कहते हैं पूर्व मुखियापिछले चुनाव में मुखिया के निकटमत प्रतिद्वंद्वी रहे पूर्व मुखिया बालेश्वर सिंह के मुताबिक इन साढ़े चार वर्षों में जनता पूरी तरह अपने को ठगा महसूस कर रही है. पंचायत में राशि की कोई कमी नहीं रही. बावजूद इसके विकास का कार्य नहीं हुआ. पौधारोपण आदि योजनाओं में व्यापक पैमाने पर लूट-खसोट की गयी.