जर्जर भवन में होती हैं पढ़ाई

जर्जर भवन में होती हैं पढ़ाई कई बार विद्यालय की छत का प्लास्टर गिरने से बच्चे हुए जख्मीफोटो : 9(विद्यालय का क्षतिग्रस्त छत)अलीगंज . प्रखंड क्षेत्र के सहोड़ा पंचायत स्थित सगमा उत्क्रमित मध्य विद्यालय की भवन जर्जर हो जाने से छात्र-छात्रा भय के माहौल में पढ़ने को विवश हो रहे है. बातते चलें कि विद्यालय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 27, 2015 6:52 PM

जर्जर भवन में होती हैं पढ़ाई कई बार विद्यालय की छत का प्लास्टर गिरने से बच्चे हुए जख्मीफोटो : 9(विद्यालय का क्षतिग्रस्त छत)अलीगंज . प्रखंड क्षेत्र के सहोड़ा पंचायत स्थित सगमा उत्क्रमित मध्य विद्यालय की भवन जर्जर हो जाने से छात्र-छात्रा भय के माहौल में पढ़ने को विवश हो रहे है. बातते चलें कि विद्यालय की भवन जर्जरता के कारण छत से पत्थर आदि टूट कर गिरते रहता है.जानकारी के अनुसार इस विद्यालय का निर्माण वर्ष 1990 में कार्य प्रारंभ किया गया था. प्रारंभिक दौर में उक्त विद्यालय के तीन कमरा में वर्ग प्रथम से पंचम तक ही पढ़ाई होती थी. समय बीतने के उपरांत इसे उत्क्रमित मध्य विद्यालय में प्रन्नोति किया गया. पुन: तीन कमरा निर्माण कराया गया. लेकिन वर्तमान में उक्त विद्यालय में तीन छात्र नामांकित है. पुराने तीन कमरा की हालत जर्जर हो गयी है और उसी जर्जर कमरा में छात्रों की पढ़ाई की जाती है. ग्रामीण मधुसुदन कुमार,संजीत सिंह,रामाधीन सिंह,सुजीत कुमार,दीपक कुमार,रंजीत पासवान,डोमी मादन,मंजू देवी,विद्यालय सचिव नीतू सिन्हा आदि बताते हैं कि विद्यालय में कमरों की कमी है तथा जर्जर भवन में ही बच्चों की पढ़ाई की जाती है. विद्यालय की छत से पत्थर आदि गिरते रहता है. जिससे कई बार बच्चे जख्मी भी हो चुके है. विद्यालय भवन की जर्जरता के कारण छात्र व अभिभावकों के बीच भय व्याप्त है कि विद्यालय की जर्जर छत से कोई बड़ी घटना न घटित हो जाए. ग्रामीण बताते हैं कि इसे लेकर कई बार पदाधिकारियों को जानकारी दिया गया है. लेकिन अभी तक कोई ध्यान नहीं दिया गया है. इस बाबत पूछे जाने पर प्रभारी प्रधानाध्यापिका प्रमिला कुमारी बताती हैं कि पूर्व में बनाया गया तीन कमरा जीर्ण-शीर्ण हो गया है.प्रभारी प्रधानाध्यापिका ने बतायी कि नये निर्माणाधीन भवन की फर्श भी नहीं बनाया गया है. जिससे भी छात्रों को पढ़ाई करने में परेशानी का सामना करना पड़ता है. साथ ही बतायी कि इस संबंध में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी व जिला के वरीय पदाधिकारी को जानकारी दी गयी है.

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