अलीनगर पंचायत में मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं लोग

लखीसराय : पंचायती राज व्यवस्था में विकास के चाहे लाख दावे किये जा रहे हों, लेकिन हकीकत इससे काफी दूर नजर आता है. विकास योजनाओं में व्यापक पैमाने पर लूट-खसोट के कारण योजनाओं के सही तरीके से धरातल पर नहीं उतरने की वजह बीते साढ़े चार वर्षों में गांव की तसवीर नहीं बदली. जनप्रतिनिधि इसके […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 2, 2015 7:00 PM

लखीसराय : पंचायती राज व्यवस्था में विकास के चाहे लाख दावे किये जा रहे हों, लेकिन हकीकत इससे काफी दूर नजर आता है. विकास योजनाओं में व्यापक पैमाने पर लूट-खसोट के कारण योजनाओं के सही तरीके से धरातल पर नहीं उतरने की वजह बीते साढ़े चार वर्षों में गांव की तसवीर नहीं बदली.

जनप्रतिनिधि इसके लिए योजनाओं में कमीशनखोरी को जिम्मेवार मानते हैं. कागजों पर विकास तो दिखता है लेकिन गांव में स्थिति बदतर बनी हुई है. सूर्यगढ़ा प्रखंड मुख्यालय से सात किलोमीटर दूर लखीसराय-सूर्यगढ़ा एनएच 80 किनारे बसे अलीनगर पंचायत में पंचायत चुनाव के साढ़े चार साल बाद भी विकास की तसवीर धुंधली नजर आती है. गांव के अंदर सड़कों की स्थिति बदतर बनी हुई है. गांव में पेयजल का संकट बरकरार है.

अलीनगर पासवान टोला में जर्जर लकड़ी के खंभे के द्वारा विद्युत आपूर्ति हो रही है. गांव में मिनी जलापूर्ति योजना के तहत पाइप बिछाकर जलापूर्ति योजना का क्रियान्वयन तो हुआ लेकिन पंचायत के अन्य गांव में पेयजल संकट बरकरार रहा. जिला परिषद क्षेत्र संख्या 03 की जिप सदस्या कर्मी देवी का गांव अलीनगर पासवान टोला के समीप है.

जिप सदस्या के घर तक जाने वाली सड़क भी जर्जर है. क्या कहते हैं लोगमुखिया सहित अन्य जनप्रतिनिधि के द्वारा विकास के लाख दावे किये जा रहे हों लेकिन आम लोगों की राय व गांव की बदहाल स्थिति व्यवस्था की पोल खोलता प्रतीत होता है. इंगलिश गांव के विकास राज के मुताबिक साढ़े चार वर्ष पूर्व पंचायत की जो तसवीर थी, आज भी स्थिति वही बनी हुई है.

गांव में विशेष परिवर्तन नहीं नजर आता है. मिनी जलापूर्ति योजना का लाभ सिर्फ अलीनगर इंगलिश गांव के लोगों को ही मिल पा रहा है. पुराना पीसीसी सड़क को ही नया रूप दिया गया. अलीनगर गांव के गणेश रजक के मुताबिक गांव में पीसीसी या ईंट खरंजाकरण सड़क का निर्माण नहीं हुआ. रजक टोला में कोई सुविधा नहीं मिला. जबकि इसी टोला के समीप जिप सदस्या कर्मी देवी का घर भी पड़ता हैं. टोला में पानी की किल्लत बनी हुई है. एक सरकारी कुआं है उसी का पानी लोग पीते हैं.

सरकारी चापाकल लंबे समय से खराब पड़ा है. जर्जर लकड़ी के खंभे से विद्युत आपूर्ति होती है. इसी गांव के गणेश कुमार के मुताबिक वार्ड नंबर छह में पेयजल की समस्या है. मिनी जलापूर्ति योजना वार्ड नंबर छह के लिये था लेकिन जगह की कमी के कारण इसे काली स्थान में लगाया गया. वार्ड नंबर छह के लोग इसके लाभ से वंचित हैं. इस वार्ड में चार पहिया वाहन जाने का कोई रास्ता नहीं है. फेको इंगलिश के सदानंद शर्मा के मुताबिक यहां पेयजल की समस्या गंभीर है.

अलीनगर गांव के 86 वर्षीय बुजुर्ग बाल्मिकी सिंह ने कहा कि विकासपरक योजनाओं के क्रियान्वयन में सिर्फ लूट-खसोट ही किया गया. पासवान टोला के सुरेश पासवान के मुताबिक इन साढ़े चार वर्षों में गांव का कोई विकास नहीं हुआ. न सड़क हैं और न ही पेयजल की व्यवस्था है. सरकारी चापाकल भी खराब पड़ा है. इसी गांव के रामलखन साव के मुताबिक गांव की स्थित में कोई बदलाव नहीं आया. लोग शिक्षा से भी वंचित हैं. रजक टोला की मीना देवी के मुताबिक राशन नहीं मिलता.

खर्रा गांव के वजीर यादव के मुताबिक गांव में कोई विकास नहीं हुआ. एक ही जमीन पर कभी गड्ढा खुदाई तो कभी उसमें मिट्टी भराई की योजना खोल कर सरकारी राशि की लूट खसोट की गयी. इसी गांव के प्रमोद कुमार के मुताबिक गांव में विकास नहीं हो पाया. मात्र 25 फीसदी लोगों के घरों में शौचालय है. सड़क निर्माण की गुणवत्ता भी निम्न है. मिट्टी भराई योजना में दो फीट की जगह एक फीट मिट्टी भराई कर सरकारी राशि की बंदरबांट की गयी. गांव में चापाकल नहीं लगा.

इन साढ़े चार वर्षों में जन प्रतिनिधियों ने सिर्फ अपनी जेब गरम करने की कोशिश की. कहते हैं मुखिया प्रत्याशीपिछले पंचायत चुनाव में मुखिया के निकटतम प्रतिद्वंद्वी रहे खर्रा गांव के दिलीप मंडल के मुताबिक विकास योजनाओं में व्यापक पैमाने पर लूट खसोट की गयी. पंचायत में कोई विकास कार्य सही तरीके से धरातल पर नहीं उतरा. जिन योजनाओं का क्रियान्वयन हुआ उसमें भी सरकारी राशि की बंदरबांट हुई.

कहते हैं मुखियामुखिया नेपाली सहनी के मुताबिक पंचायत में विकास कार्य को प्राथमिकता के साथ पूरा किया गया. पंचायत में पेयजल संकट को ध्यान में रखते हुए काली स्थान में मिनी जलापूर्ति योजना के तहत बोरिंग कर पाइप लाइन के द्वारा जलापूर्ति की व्यवस्था की गयी. पंचायत में कुल 655 लोगों को विभिन्न पेंशन योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है जिसमें 390 लोगों को वृद्धावस्था पेंशन, 105 लोगों को नि:शक्ता पेंशन व 160 महिलाओं को विधवा पेंशन योजना का लाभ दिया जा रहा हैं.

इनमें से अधिकतर नये लाभुक शामिल हैं. पंचायत में 13 पीसीसी सड़क, 15 सड़कों का ईंट खरंजाकरण, मनरेगा के तहत 10 नाला का निर्माण, 11 यूनिट पौधारोपण, 05 पैन खुदाई, 12 कूप की खुदाई, बीपीएल धारी परिवारों के लिए 51 यूनिट मिट्टी की भराई, पोखरामा सूर्यमंदिर में तालाब व घाट निर्माण, तीन कुआं की रिपेयरिंग का कार्य किया गया. इसके अलावे पंचायत में एक सौ शौचालय का निर्माण किया गया.

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