लंबा अपराधिक इतिहास रहा है प्रकाश रजक का

लंबा अपराधिक इतिहास रहा है प्रकाश रजक का खैरा . जन्मस्थान से चोरी हुई भगवान महावीर की प्रतिमा बरामदगी के बाद इससे जुड़े मुख्य सरगना प्रकाश रजक की गिरफ्तारी से पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. कुख्यात अपराधी खैरा थाना क्षेत्र के रोपावेल निवासी प्रकाश रजक की पहले भी कई अपराधिक घटना में संलिप्तता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 9, 2015 7:02 PM

लंबा अपराधिक इतिहास रहा है प्रकाश रजक का खैरा . जन्मस्थान से चोरी हुई भगवान महावीर की प्रतिमा बरामदगी के बाद इससे जुड़े मुख्य सरगना प्रकाश रजक की गिरफ्तारी से पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. कुख्यात अपराधी खैरा थाना क्षेत्र के रोपावेल निवासी प्रकाश रजक की पहले भी कई अपराधिक घटना में संलिप्तता रही है और इसका लंबा अपराधिक इतिहास रहा है. शुरूआत में प्रकाश रजक मुन्ना साव गिरोह के सक्रिय सदस्य के रूप में लूटपाट,अपहरण समेत कई संगीन वारदातों को अंजाम देता रहा. लेकिन कुछ वर्ष पूर्व उसके देवा रजक,मुकेश रजक,उमेश रविदास और मुन्ना रजक के सहयोग से अपना अपराधिक गिरोह बना लिया था. खैरा प्रखंड के नवादा जिले के कौआकोल क्षेत्र में इसका काफी आतंक है. इसके खिलाफ खैरा में कांड संख्या 17/14 भिमाईन गांव के मतूल यादव का अपहरण,कांड संख्या 18/14 प्रतापपुर गांव से अजय रविदास का अपहरण,कांड संख्या 18/13 में रोपावेल के शिक्षक रंजीत केशरी का अपहरण तथा कांड संख्या 64/11 में अशोक रविदास व प्रभु मोदी का अपहरण का मामला दर्ज है. इसके अलावे कौआकोल थाना में भी इसके विरुद्ध अपहरण, लूट व रंगदारी के कई मामले दर्ज हैं. कांड संख्या 61/05 में गरही पंचायत के आजाद नगर से हथियार के साथ गिरफ्तार हुआ था. सूत्रों की माने तो प्रकाश रजक विगत 13 वर्षों से भी अधिक समय से अपराध की दुनिया में सक्रिय है और कई घटनाओं को अंजाम दे चुका है. जिसका खुलासा पुलिस की पूछताछ में हो पायेगा.

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