लोगों को सुरक्षा देने वाले पुलिसकर्मी खुद हैं असुरक्षित
लोगों को सुरक्षा देने वाले पुलिसकर्मी खुद हैं असुरक्षित -जर्जर भवन में कार्य संचालन की है मजबूरीभूकंप के बाद क्षति से बचे पुलिसकर्मी ने दिया भगवान को धन्यवादफोटो 7(सोनो थाना का जर्जर भवन)सोनाें . लोगो के सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाले थाना के पुलिसकर्मी खुद अपने को असुरक्षित महसूस कर रहे है़ बेहद जर्जर व टूटे […]
लोगों को सुरक्षा देने वाले पुलिसकर्मी खुद हैं असुरक्षित -जर्जर भवन में कार्य संचालन की है मजबूरीभूकंप के बाद क्षति से बचे पुलिसकर्मी ने दिया भगवान को धन्यवादफोटो 7(सोनो थाना का जर्जर भवन)सोनाें . लोगो के सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाले थाना के पुलिसकर्मी खुद अपने को असुरक्षित महसूस कर रहे है़ बेहद जर्जर व टूटे भवन में आज भी थाना के कार्य संचालित हो रहा है़ मंगलवार की सुबह 8.05 बजे आये भूकंप के झटको से थाना में कार्यरत कर्मी शीघ्रता से बाहर भागे़ दरअसल थाना का संचालन अभी भी पुराने ऐसे जीर्ण शीर्ण भवन में चल रहा है जिसका अधिकांश भाग क्षतिग्रस्त है़ छत से प्लास्टर के बड़े बड़े टुकड़े कभी भी गिर पड़ते है़ दीवार व लिंटर की स्थिति भी कई जगह ऐसी ही कहानी कहती नजर आती है़ छतो व टूटे लिंटर से जंग लगे छड़ झांक रहे है़ दीवारों में बड़े बड़े दरार हो गए है़ छत के ऊ पर उग आये बट व पीपल की जड़े कई जगहों पर दीवार फाड़ कर नीचे तक आ गया है़ थाना में बैठे पुलिसकर्मी व अन्य लोग भूकंप के बिना भी हमेशा असुरक्षित महसूस करते है़ ऐसी स्थिति में जब भूकंप आये तो पुलिसकर्मियों पर क्या बीतती होगी यह सहज अंदाजा लगाया जा सकता है़ छह माह पूर्व आये भूकंप के दौरान हाजत,बरामदा व पुलिस बैरक की दीवारों पर कई जगह दरारें आ गयी थी़ थाना भवन के अलावे थानाध्यक्ष सहित कई पुलिस अधिकारी के क्वार्टर की भी ऐसी ही बदतर स्थिति है़ सबसे दुखद पहलू यह है कि थाना परिसर में नया थाना भवन बनकर लगभग तैयार है जो सभी सुविधाओं से लैस है परंतु संवेदक द्वारा विभाग को हस्तगत नही किये जाने के कारण थाना का संचालन अभी भी जर्जर भवन में हो रहा है़ थानाध्यक्ष दीपक कुमार ने बताया कि इस भवन में काम करते हुए मेरे सहित तमाम कर्मियों को हमेशा इस बात का भय रहता है कि सर पर कोई छत का प्लास्टर न गिर जाय़ खासकर भूकंप की स्थिति में तो यह भवन खतरे से खाली नहीं है़ नया थाना भवन बन कर तैयार है इसलिए इसका उपयोग शीघ्र होना चाहिए़