विभाग की सुस्त जांच शैली से मस्त हैं फर्जी शक्षिक
विभाग की सुस्त जांच शैली से मस्त हैं फर्जी शिक्षक -अब तक त्याग पत्र दे चुके हैं प्राथमिक व मध्य विद्यालय के 150 शिक्षक और उच्च विद्यालय के 10 शिक्षक जमुई. राज्य सरकार द्वारा पूरे राज्य में फर्जी डिग्री के आधार पर कार्यरत शिक्षकों को प्रमाण पत्र जांच के पश्चात हटाने और कार्रवाई करने का […]
विभाग की सुस्त जांच शैली से मस्त हैं फर्जी शिक्षक -अब तक त्याग पत्र दे चुके हैं प्राथमिक व मध्य विद्यालय के 150 शिक्षक और उच्च विद्यालय के 10 शिक्षक जमुई. राज्य सरकार द्वारा पूरे राज्य में फर्जी डिग्री के आधार पर कार्यरत शिक्षकों को प्रमाण पत्र जांच के पश्चात हटाने और कार्रवाई करने का आदेश दिये जाने के पश्चात भी फर्जी डिग्री के आधार पर जिले के प्राथमिक, मध्य, उच्च व उच्चतर विद्यालय में कार्यरत शिक्षक विभाग की सुस्त जांच शैली की वजह से मस्त हैं. जबकि सही प्रमाण पत्र और डिग्री वाले शिक्षक अभ्यर्थी अपनी बदहाली पर परेशानी में है. सूत्रों की माने तो फर्जी डिग्री के आधार पर जिले में अभी भी सैंकड़ों शिक्षक कार्यरत हैं,जो विभाग के सुस्त जांच से कार्य कर रहे है. बताते चलें कि उच्च न्यायालय द्वारा फर्जी डिग्रीधारी शिक्षकों को क्षमादान के रूप में 30 अगस्त तक अपना त्याग पत्र दे देने का निर्देश देने के बाद जिले के प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में कार्यरत 140 शिक्षक तथा उच्च विद्यालय में कार्यरत 4 शिक्षकों ने त्याग पत्र दिया था. इसके उपरांत निगरानी जांच के दौरान अब तक प्राथमिक व मध्य विद्यालय में कार्यरत 10 शिक्षकों तथा उच्च विद्यालय में कार्यरत 6 शिक्षकों ने अपना त्याग पत्र दिया है. लेकिन सूत्रों की मानें तो अभी भी अवैध तरीके से बहाल सैकड़ों फर्जी शिक्षक हैं.जो सेटिंग-गेटिंग कर अपनी नौकरी बचाने की जुगत में लगे हुए है. कहते हैं जिला शिक्षा पदाधिकारीइस बाबत पूछे जाने पर जिला शिक्षा पदाधिकारी बीएन झा बताते हैं कि फर्जी प्रमाण पत्र से बहाल हुए शिक्षक लाख प्रयास के बाबजूद भी बख्से नहीं जायेगें.साथ ही बताया कि निगरानी जांच के दौरान जितने भी शिक्षक फर्जी पाये जाने पर अपना त्याग पत्र विभाग को सौंपा है. उनके विरूद्ध विभाग के नियम के अनुसार कार्रवाई की जायेगी.