शहीद वेदी पर किया माल्यार्पण
लखीसराय/कजरा : जिले के हिल ब्लॉक पीरीबाजार थाना क्षेत्र के घोघी बरियारपुर गांव के बीचोबीच तालाब के समीप बने शहीद वेदी पर संगठन के 50 से अधिक सदस्य इकट्ठा हुए और शहीद वेदी पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि अर्पित कर अपने दिवंगत साथियों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी. पूरा इलाका नक्सलबाड़ी जिन्दाबाद, कामरेड चारू मजूमदार को लाख-लाख […]
लखीसराय/कजरा : जिले के हिल ब्लॉक पीरीबाजार थाना क्षेत्र के घोघी बरियारपुर गांव के बीचोबीच तालाब के समीप बने शहीद वेदी पर संगठन के 50 से अधिक सदस्य इकट्ठा हुए और शहीद वेदी पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि अर्पित कर अपने दिवंगत साथियों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी.
पूरा इलाका नक्सलबाड़ी जिन्दाबाद, कामरेड चारू मजूमदार को लाख-लाख सलाम, कामरेड महादेव मुखर्जी को लाख-लाख सलाम आदि नारे से गूंजता रहा. संगठन के लोगों ने शहीद कामरेड शिवन मंडल अमर रहे, कामरेड कौशल महतो अमर रहे आदि नारे लगाये.
मौके पर अपने संबोधन में पार्टी के केंद्रीय कमेटी के सदस्य राधेश्याम महतो ने कहा कि आंगसी, बोलगा व गंगा तीनों नदियां अपने-अपने रास्ते पर चलकर महासमुद्र में एक हो जाते हैं.
उसी प्रकार दुनिया में क्रांतिकारी शहीद लोग महाशहीद की दुनियां में जाकर एक हो जाते हैं. उसी दिवस को मनाने के लिये घोघी बरियारपुर गांव के शहीद वेदी पर क्रांतिकारी साथी जमा हुए हैं. कार्यक्रम का समापन क्रांतिगीत उठ जाग वो भूखे, अब खींच लाल तलवार.
कब तक सहोगे भाई, जुल्मी का अत्याचार… से हुआ. इसके पहले निर्धारित समय सुबह आठ बजे के पहले से ही संगठन के सदस्य शहीद बेदी के समीप इकट्ठा होने लगे. शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित इस कार्यक्रम को रोकने की प्रशासन की ओर से भी कोई पहल नहीं की गयी. शहीद वेदी के समीप संगठन का झंडा के अलावे कामरेड चारू मजूमदार एवं कामरेड महादेव मुखर्जी का बड़ा फोटो बैनर लगाया गया था. कार्यक्रम के पूर्व शहीद वेदी का रंग-रोगन कर वेदी के समीप नये बांस में संगठन का झंडा बदला गया.
मौके पर केंद्रीय कमेटी के सदस्य रामाशीष महतो उर्फ रामाशीष दा के अलावे एरिया कमेटी सदस्य वासुदेव तांती, केंद्रीय कमेटी सदस्य अर्जुन महतो, भागवत महतो, महिला कमेटी की सदस्य मंजू देवी, श्यामा देवी, सुषमा देवी, रानी देवी, रत्नी देवी, अझला देवी, ललिता देवी, संझीया देवी आदि मौजूद थीं. बताते चलें कि 25 दिसंबर 1982 को कामरेड शिवन महतो, कामरेड कौशल महतो, कामरेड दल्लु मंडल, कामरेड बिक्कू मंडल व कामरेड राजकुमार महतो की हत्या कर दी गयी थी.
इन अमर शहीदों की याद में घटना के 10 वर्ष बाद 25 दिसंबर 1992 को घोघी बरियारपुर गांव के तालाब के समीप शहीद वेदी का निर्माण किया गया. यहां हर वर्ष इस तारीख को संगठन के सदस्य अपने अमर शहीद साथी को श्रद्धांजलि देते हैं.