विभागीय लापरवाही से शक्षिा व्यवस्था बदहाल
विभागीय लापरवाही से शिक्षा व्यवस्था बदहाल एक ही विषय के है ग्यारह शिक्षक, जबकि कई विषय के एक भी शिक्षक नहीं.हाल प्लस टू उच्च विद्यालय सोनो कासोनो . सराकर शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए विद्यालय को संसाधनयुक्त आदि बनाने को लेकर लगातार प्रयास कर रही है.लेकिन अधिकारियों की उदासीन रवैया के कारण शिक्षा व्यवस्था […]
विभागीय लापरवाही से शिक्षा व्यवस्था बदहाल एक ही विषय के है ग्यारह शिक्षक, जबकि कई विषय के एक भी शिक्षक नहीं.हाल प्लस टू उच्च विद्यालय सोनो कासोनो . सराकर शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए विद्यालय को संसाधनयुक्त आदि बनाने को लेकर लगातार प्रयास कर रही है.लेकिन अधिकारियों की उदासीन रवैया के कारण शिक्षा व्यवस्था और बदहाल बन कर रह गया है. विभागीय लापरवाही का आलम प्लस टू उच्च विद्यालय सोनो में साफ प्रतीत हो रहा है. इस विद्यालय में जहां कई विषय के शिक्षक नहीं है वहीं एक विषय के लगभग एक दर्जन शिक्षकों की नियुक्ति कर दी गयी है़ बताते चलें कि वर्तमान में इस विद्यालय में सोशल साइंस के ग्यारह शिक्षक है़ जिसमें सोशल विज्ञान संकाय के आठ शिक्षक व तीन शिक्षिका है़ परंतु इसी विद्यालय में कई ऐसे विषय है जिसमे एक भी शिक्षक नहीं है. वर्तमान में इस विद्यालय में हिंदी, गणित, संस्कृत, उर्दू, कम्प्यूटर विषय के एक भी शिक्षक नहीं है. जबकि विज्ञान विषय में महज एक शिक्षक मौजूद है.परंतु इंटर स्तर पर विज्ञान के एक भी शिक्षक नहीं है़ इंटर स्तर पर भाषा के भी कोई प्राध्यापक नही है़ उक्त विद्यालय में कुल 16 शिक्षक शिक्षिका है़ सरकारी आकड़ों के अनुसार किसी इंटर स्तर के विद्यालय को कम से कम 16 शिक्षक चाहिए. परंतु इस विद्यालय में 5 शिक्षक है़ शिक्षक के अभाव में लाखों रुपया के कंप्यूटर हो रहे हैं बेकारसरकार ग्रामीण क्षेत्र के छात्रों को तकनीकी शिक्षा की जानकारी देने को लेकर वषोंर् पूर्व इस विद्यालय को लगभग एक दर्जन कंप्यूटर उपलब्ध कराया था. ताकि यहां के छात्र कम्प्यूटर जैसे उपयोगी ज्ञान हासिल कर सकें. परंतु कंप्यूटर के साथ कंप्यूटर शिक्षक को नियुक्त नहीं किया गया. फलत: यह कंप्यूटर यूं ही शोभा की वस्तु बन गया है़ कहते हैं प्रधानाध्यापक इस बाबत पूछे जाने पर प्रधानाध्यापक अरुण देव राय कहते है कि पूर्व से भी विद्यालय में कई विषय के शिक्षक नहीं है़ गत दो माह में गणित व संस्कृत विषय के शिक्षक सेवानिवृत हुए है. जबकि अगले वर्ष विज्ञान संकाय के शिक्षक भी सेवानिवृत होंगे़ ऐसे में पुन: कई विषय के शिक्षकों की कमी हो जायेगी़ इंटर में भी शिक्षकों का अभाव है़ लेकिन सोशल विज्ञान संकाय के ग्यारह शिक्षकों को यहां नियुक्त किया गया़ विषय वार शिक्षकों की कमी का प्रभाव बच्चों के अध्य्यन पर पड़ना लाजमी है.