शव दफनाने को लेकर दो पक्षों में तनाव

शव दफनाने को लेकर दो पक्षों में तनावप्रशासन ने लोगों के सहयोग से सामाजिक सद्भाव कायम कियाफोटो संख्या:12-माणिकपुर ओपी में उपस्थित एडीएम व अन्य प्रतिनिधि, सूर्यगढ़ा/मेदनीचौकीशुक्रवार को कवादपुर पंचायत व माणिकपुर ओपी क्षेत्र में शव दफनाने को लेकर दो पक्षों में तनाव उत्पन्न हो गया. बाद में जिला प्रशासन के हरकत में आने के बाद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 8, 2016 6:37 PM

शव दफनाने को लेकर दो पक्षों में तनावप्रशासन ने लोगों के सहयोग से सामाजिक सद्भाव कायम कियाफोटो संख्या:12-माणिकपुर ओपी में उपस्थित एडीएम व अन्य प्रतिनिधि, सूर्यगढ़ा/मेदनीचौकीशुक्रवार को कवादपुर पंचायत व माणिकपुर ओपी क्षेत्र में शव दफनाने को लेकर दो पक्षों में तनाव उत्पन्न हो गया. बाद में जिला प्रशासन के हरकत में आने के बाद स्थानीय जनप्रतिनिधियों व राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं के सहयोग से मामले को सुलझाया गया. जानकारी के मुताबिक शुक्रवार की सुबह लक्ष्मीपुर निवासी स्व मो मुमताज की विधवा 80 वर्षीया आसमा खातून के निधन होने के बाद शव को कवादपुर स्थित पुराने कब्रिस्तान में दफनाने के लिये कब्र खोदा जा रहा था. इसी दौरान कब्रिस्तान की जमीन पर अपना अधिकार बताते हुए कोनीपार निवासी बालेश्वर चौधरी, राजकुमार चौधरी, प्रदीप महतो, कैलाशपति महतो, दामोदर महतो आदि ने कब्र खुदाई के कार्य में रूकावट डाली. इसकी सूचना मिलते ही जिला अपर समाहर्ता किशोरी चौधरी, डीसीएलआर प्रभात कुमार, एसडीपीओ पंकज कुमार, सूर्यगढ़ा बीडीओ धर्मवीर कुमार प्रभाकर, पुलिस इंसपेक्टर सुबोध कुमार, सूर्यगढ़ा एसएचओ नीरज कुमार आदि के द्वारा घटना स्थल पर आकर दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर तनाव खत्म किया गया. मौके पर सलेमपुर पूर्वी पंचायत के मुखिया संजय महतो, प्रखंड जदयू अध्यक्ष कमरूद्दीन अंसारी, चकमसकन मसजिद के मोतबल्ली मो रिजवान आदि मौजूद थे. बाद में शव को कब्रिस्तान में दफनाया गया. बताते चलें कि कब्रिस्तान की जमीन का मामला न्यायालय में लंबित है. निर्णय आने तक पूर्व स्थिति कायम रखने का आदेश दिया गया है. कब्रिस्तान खाता संख्या 166 में एक एकड़ 10 डीसमल में है. कहते हैं अपर समाहर्ता अपर समाहर्ता किशोरी चौधरी ने बताया कि दोनों पक्षों द्वारा यह स्वीकार किया गया है कि पूर्व में जमीन के कुछ भाग में शव दफनाया जाता था. मामला न्यायालय में है. फैसला आने तक यथा स्थिति बनाये रखते हुए सांप्रदायिक सौहार्द कायम रखा जायेगा.

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