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साइबर क्राइम मामले में तीन धराये

साइबर क्राइम मामले में तीन धरायेमध्य प्रदेश पुलिस ने सूर्यगढ़ा पुलिस के सहयोग से कई जगहों पर की छापेमारीफर्जी कॉल के द्वारा ग्राहकों का गुप्त पिन नंबर जान कर बैंक खाता से राशि की निकासी का मामलासाइबर क्राइम का जाल है लखीसराय मेंफोटो संख्या:01- सूर्यगढ़ा थाना में मामले की छानबीन करती एमपी पुलिस फोटो संख्या:02-जब्त […]

साइबर क्राइम मामले में तीन धरायेमध्य प्रदेश पुलिस ने सूर्यगढ़ा पुलिस के सहयोग से कई जगहों पर की छापेमारीफर्जी कॉल के द्वारा ग्राहकों का गुप्त पिन नंबर जान कर बैंक खाता से राशि की निकासी का मामलासाइबर क्राइम का जाल है लखीसराय मेंफोटो संख्या:01- सूर्यगढ़ा थाना में मामले की छानबीन करती एमपी पुलिस फोटो संख्या:02-जब्त किया गया सामान प्रतिनिधि, लखीसराय/सूर्यगढ़ाशुक्रवार की रात मध्य प्रदेश पुलिस ने सूर्यगढ़ा पुलिस के सहयोग से साइबर क्राइम मामले में छापेमारी कर तीन युवकों को हिरासत में ले लिया. उक्त लोगों पर फर्जी कॉल के द्वारा ग्राहकों का गुप्त पिन नंबर जान कर बैंक खाता से राशि की निकासी कर लेने का आरोप है. एमपी के उमरिया जिला के पाली थाना की पुलिस बैंक खाता का स्टेटमेंट व मोबाइल कॉल डिटेल के आधार पर मामले की छानबीन कर रही है. छापेमारी दल में एसआइ शर्मा के अलावा एएसआइ मनीष सिंह, हेड कांस्टेबल मो जशम, कांस्टेबल रंजीत कुमार के साथ सूर्यगढ़ा एसएचओ नीरज कुमार के नेतृत्व में स्थानीय पुलिस शामिल थी. बैंक पासबुक, एटीएम व सिम बरामद शुक्रवार की रात जिन तीन युवकों को हिरासत में लिया गया उसमें सूर्यगढ़ा बाजार काली स्थान बड़तल्ला निवासी उमेश सिंह के पुत्र विक्कू कुमार के अलावा पटेलपुर दुर्गास्थान के स्व शंकर साव के पुत्र मिथलेश कुमार व निस्ता गांव के स्व विशुनदेव वर्मा के पुत्र प्रवीण कुमार उर्फ आसू शामिल हैं. विक्कू के पास से पुलिस ने दो बैंक पासबुक, एक एटीएम कार्ड व एक डबल सिम का मोबाइल जिसमें एयरटेल कंपनी का एक सिम लगा जब्त किया है. सौ बार की गयी निकासीछापेमारी दल का नेतृत्व कर रहे पाली थाना के एसआइ सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि कोल माइंस में कार्यरत मैनेजर कमलकांत देवनाथ के बैंक खाता से 21 सितंबर 2015 से तीन अक्तूबर 2015 के बीच लगभग एक सौ बार ट्रांजक्शन कर 10 लाख 98 हजार रुपये की राशि की निकासी दस खाते से की गयी. उक्त मामले को लेकर पाली थाना में कांड संख्या 387/15 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस बैंक स्टेटमेंट व मोबाइल कॉल डिटेल के आधार पर छानबीन के दौरान उक्त युवकों को हिरासत में लेकर छानबीन कर रही है. खाताधारी श्री देवधर से नया प्लेटिनम कार्ड बनने के नाम पर उनसे गुप्त पिन नंबर की जानकारी लेकर घटना को अंजाम दिया गया. हिरासत में लिये गये तीनों युवकों के अलावा जिले के कुछ अन्य लोगों के बैंक खाता के द्वारा राशि की निकासी की गयी. इधर हिरासत में लिये गये तीनों युवकों ने मामले में संलिप्तता से इनकार किया है.

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