दूर-देहात इलाकों में जारों पर है देसी शराब का धंधा

मेदनीचौकी : सूर्यगढ़ा प्रखंड के दूर दराज के देहातों में अवैध शराब बड़े पैमाने पर बनाये जाने व बेचे जाने की सूचना है. अपेक्षाकृत सस्ती व ज्यादा तेज होने के कारण इसकी खपत अधिक होती है. जिन लोगों को तेज नशे की आदत है. उन्हें अवैध शराब से ही संतोष मिलता है. जबकि सेहत के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 10, 2016 4:04 AM

मेदनीचौकी : सूर्यगढ़ा प्रखंड के दूर दराज के देहातों में अवैध शराब बड़े पैमाने पर बनाये जाने व बेचे जाने की सूचना है. अपेक्षाकृत सस्ती व ज्यादा तेज होने के कारण इसकी खपत अधिक होती है. जिन लोगों को तेज नशे की आदत है. उन्हें अवैध शराब से ही संतोष मिलता है. जबकि सेहत के लिये वह ज्यादा नुकसानदेह बताया जाता है.

कजरा के जंगली क्षेत्रों में नदी किनारे गांवों में व दियारे में गुड़ की, शोरे की, ताड़ी की, चावल की, महुआ के फूलों की शराब के धंधे बहुत तेजी से विकसित हो रहे हैं. नशे की लत में आकर कई स्थानीय परिवार की स्थिति दयनीय हो गयी है व कई उजड़ने के कगार पर हैं. कई लोगों ने अपनी सारी जमा पूंजी शराब में डूबो दी. सूर्यगढ़ा बाजार, सलेमपुर, जगदीशपुर, जकड़पुरा, पटेलपुर, खांड़पर, भवानीपुर, माणिकपुर, कटेहर जैसे गांव शराब से तबाह हैं.

कजरा के हेरू कोड़ा, कारु महतो, दुखी मांझी, सलेमपुर के संजय कुमार आदि की मौत व उनके परिवारों का तहस-नहस हो जाना शराब पीने की गलत आदत का भयावह व दर्दनाक परिणाम है. बच्चों में भी नशे की लत बढ़ रही है. एक सरकारी कर्मी ने बताया कि शुरू में शौक के लिये उन्होंने नशे को अपनाया जो बाद में उनकी मजबूरी बन गयी.

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