ब्लड बैंक बंद रहने से हो रही परेशानी

गंभीर मरीजों को कर दिया जाता है रेफर लखीसराय : जिले के सदर अस्पताल को भले ही कागजों पर राष्ट्रीय मानक स्तर का दर्जा दिये जाने को लेकर कागजों में सारी कार्रवाई प्रारंभ की गयी है. लेकिन जिले के लोगों के लिये विडंबना की बात यह है कि जिले के सौ शय्या वाले सदर अस्पताल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 25, 2016 6:08 AM

गंभीर मरीजों को कर दिया जाता है रेफर

लखीसराय : जिले के सदर अस्पताल को भले ही कागजों पर राष्ट्रीय मानक स्तर का दर्जा दिये जाने को लेकर कागजों में सारी कार्रवाई प्रारंभ की गयी है. लेकिन जिले के लोगों के लिये विडंबना की बात यह है कि जिले के सौ शय्या वाले सदर अस्पताल में ब्लड बैंक की सुविधा नहीं है. विगत कुछ वर्ष पूर्व सदर अस्पताल में रेडक्रास सोसाइटी के सहयोग से ब्लड बैंक का संचालन प्रारंभ किया गया था जो कुछ दिनों के बाद ही बंद हो गया.
सरकारी अस्पताल में इलाज के लिये आये मरीज के परिजन यही सोचते हैं कि इलाज के क्रम में उनके मरीज को खून चढ़ाने की नौबत आ गयी तो खून के अभाव में उनके मरीज की मौत भी हो सकती है. एनएच 80 व रेलमार्ग से जुड़े होने के कारण अक्सर यहां दुर्घटना के मरीज सहित अन्य गंभीर रोग से ग्रसित मरीज आते हैं लेकिन खून के अभाव में सदर अस्पताल के चिकित्सकों के द्वारा रेफर के सिवा कोई उपाय नहीं रहता है. यही कारण है कि समुचित इलाज के अभाव में रेफर मरीजों की रास्ते में ही मौत हो जाती है.

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