सदर अस्पताल में नशामुक्ति केंद्र का कार्य पूर्ण, 3772 लोग चिह्नित

लखीसराय : एक अप्रैल 2016 से राज्य में देसी व मशालेदार शराब पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया जायेगा. शराब बंदी का असर पीनेवालों के स्वास्थ्य पर नहीं हो इसके लिये राज्य सरकार सदर अस्पताल में नशामुक्ति केंद्र की स्थापना की है. सदर अस्पताल में 10 बेड का नशामुक्ति केंद्र पूर्ण रूप से बन कर तैयार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 20, 2016 6:11 AM

लखीसराय : एक अप्रैल 2016 से राज्य में देसी व मशालेदार शराब पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया जायेगा. शराब बंदी का असर पीनेवालों के स्वास्थ्य पर नहीं हो इसके लिये राज्य सरकार सदर अस्पताल में नशामुक्ति केंद्र की स्थापना की है. सदर अस्पताल में 10 बेड का नशामुक्ति केंद्र पूर्ण रूप से बन कर तैयार हो गया है. इसके लिये मानसिक सलाहकार, चिकित्सकों व नर्सों की ड्यूटी लगा दी गयी है.

नशामुक्ति केंद्र में आये मरीजों का इलाज करनेवाले चिकित्सकों व कर्मचारियों को इसके लिये प्रशिक्षण दिया जा चुका है. इस संबंध में नशामुक्ति केंद्र के नोडल पदाधिकारी अशोक कुमार भारती ने बताया कि सरकार हर स्तर पर नशा को बंद करने पर सजग है. इसके लिये नुक्कड़ नाटक, दीवार लेखन व स्लोगन के माध्यम से लोगों को शराब के दुष्प्रभाव से अवगत कराया जा रहा है. सदर अस्पताल में स्थापित होने वाना नशामुक्ति केंद्र भी इसी कड़ी से जुड़ा है. ताकि नशे की लत से परेशान रहनेवाले लोगों की इलाज कर उन्हें नयी जिंदगी दी जा सके.

इस नशामुक्ति केंद्र में शराब के आदि हो चुके लोगों का इलाज होगा. शराब के आदि हो चुके लोगों को जब शराब छोड़ना पड़ेगा तो उनके लिये परेशानी खड़ी हो सकती है.

क्या कहते हैं सीएस. सिविल सर्जन डा राज किशोर प्रसाद ने बताया कि नशामुक्ति केंद्र में भरती होनेवाले मरीजों का स्पेशलिस्ट चिकित्सकों के द्वारा इलाज किया जायेगा. वहीं मरीजों की प्रत्येक दिन मानसिक सलाहकार द्वारा काउंसेलिंग करायी जायेगी. इन मरीजों के इलाज की सारी व्यवस्था अस्पताल प्रबंधन के द्वारा ही उपलब्ध कराया जायेगा. जिला स्वास्थ्य समिति के जिला प्रबंधक मो खालिद हुसैन ने बताया कि जिले में कुल 3772 नशेड़ियों की पहचान आशा व आंगनबाड़ी केंद्र के द्वारा पहचान की गयी है.

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