सड़क लूट का मास्टर माइंड है दिलीप

सड़क लूट का मास्टर माइंड है दिलीप – पूर्व में भी कई सड़क लूट की घटना को दिया है अंजाम- कुछ माह पूर्व ही जेल से हुआ था रिहासोनो-बटिया के जंगली क्षेत्र से सड़क लूट की योजना बनाते जिन चार लूटेरों को हथियार व कारतूस के साथ पुलिस ने गिरफ्तार किया है. उसमे गिरोह का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 7, 2016 8:59 PM

सड़क लूट का मास्टर माइंड है दिलीप – पूर्व में भी कई सड़क लूट की घटना को दिया है अंजाम- कुछ माह पूर्व ही जेल से हुआ था रिहासोनो-बटिया के जंगली क्षेत्र से सड़क लूट की योजना बनाते जिन चार लूटेरों को हथियार व कारतूस के साथ पुलिस ने गिरफ्तार किया है. उसमे गिरोह का सरगना दहियारी निवासी दिलीप यादव भी शामिल है़ पुलिस इसे बड़ी सफलता इसलिए भी मान रही है क्योंकि दिलीप सड़क लूट का मास्टर माइंड है़ वह कई सड़क लूट की घटना को अंजाम दे चुका है़ लूट की घटना को लेकर जेल जा चुका सरगना दिलीप कुछ माह पूर्व ही जेल से रिहा होकर लौटा था. पुलिस की माने तो गिरफ्तारी के समय भी ये लोग सड़क लूट के लिए ही जुटे थे व तड़के सुबह बटिया घाटी में ही लूट की घटना को अंजाम देते़ गत एक अप्रैल की रात में इसी गिरोह ने मुजफ्फरपुर जिला के सत्येंद्र व राजीव भाइयों के साथ उसके फर्च्यूनर वाहन को रुकवाकर लूट पाट किया था़ इन लोगो से लूटी गयी दो सोने की चेन व मोबाइल को भी लूटेरों के घर से बरामद कर लिया गया है़ दरअसल दिलीप जेल से आने के बाद पुन: अपना एक गिरोह बनाने में लग गया था़ उसने अन्य सात लड़कों को तैयार किया था़ गिरफ्तार अन्य तीन युवकों ने दिलीप के साथ पहली बार लूट की घटना को बीते एक अप्रैल को अंजाम दिया था़ हलांकि उक्त लूट की घटना में नगदी तो ज्यादा नही मिला था परंतु सोना का भारी भरकम तीन चेन इनलोगो के हाथ लग गया था. जिसमे से एक चेन को एक लाख से ऊपर की रकम में झाझा स्थित एक स्वर्ण व्यवसायी को बेचा था़ इस राशि को बटवारे को लेकर भी आपस में रंजिश हुई थी़ दरअसल सड़क लूट का माहिर खिलाड़ी दिलीप लूटे सामानों को बेचने या ठिकाने लगाने में खुद के बजाय गिरोह के अन्य सदस्य का इस्तेमाल करता था़ झाझा में चेन बेचने के लिए उसने भरतपुर निवासी श्रीराम उर्फ मुकेश दास का इस्तेमाल किया तो अन्य चेन को आमाटिल्हा निवासी गुड्डू पासवान के पास समय पर बिक्री करने के लिए रख छोड़ा था़ पुलिस ने समय रहते दिलीप यादव व अन्य लूटेरों को पकड़ कर राहत की सांस लिया वरना बटिया घाटी में लूट की और भी कई वारदात होती़

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