कड़ी धूप से राहत पाने के लिए नहीं मिलती छांव
लखीसराय : सूरज देवता का कहर सिर चढ़कर बोल रहा है. गरमी ऐसी की लोगों के लगातार हलक सूख रहे हैं. सुबह से ही सूर्य का तेज से धरती अग्निकुंड की भांति तब रही है. ऐसे में विभिन्न कार्यों से शहर आने वाले लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. सुबह नौ बजे से ही सूरज […]
लखीसराय : सूरज देवता का कहर सिर चढ़कर बोल रहा है. गरमी ऐसी की लोगों के लगातार हलक सूख रहे हैं. सुबह से ही सूर्य का तेज से धरती अग्निकुंड की भांति तब रही है. ऐसे में विभिन्न कार्यों से शहर आने वाले लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. सुबह नौ बजे से ही सूरज प्रचंड गरमी उगल रहा है. शहर में लोगों को छांव तलाशने के लिए भी मशक्कत करनी पड़ती है. शहर के लगभग तीन किलोमीटर लंबे मुख्य पथ हो या लिंक रोड, कहीं भी न पेड़ की छांव नसीब है
और न ही शेड की व्यवस्था, जहां लोग सुकून के साथ दो पल गुजार सकें. हलक सूखने पर लोगों को किसी चाय, नाश्ते या होटल का सहारा लेना होता है तो कुछ बोतलबंद शीतल पानी खरीद कर अपनी प्यास मिटाते हैं. धूप से बचने के लिए किसी घर या दुकान का सहारा लेना होता है. लेकिन वहां भी शकुन के साथ दो पल गुजारना संभव नहीं होता है. शहर के संकीर्ण पथ में कहीं भी शेड की व्यवस्था नहीं है.
पैदल फुटपाथ से लेकर सड़क तक दुकानदारों द्वारा अतिक्रमण किये जाने से लोगों को पिक आवर में पैदल चलने में भी परेशानी होती है. शहर में पार्क वगैरह का भी अभाव है जिसकी वजह से शहर आने वाले लोगों को शकुन के दो पल गुजार कर इस जानलेवा गरमी में राहत पाना मुमकिन नहीं हो पा रहा है.