लखीसराय : फर्जी चेक व हस्ताक्षर से निकाल िलये 3.90 लाख रुपये

नया बाजार स्थित सेंट्रल बैंक का मामला एसपी ने कवैया थानाध्यक्ष को दिया प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश लखीसराय : सर, बेटी की शादी के लिए सेंट्रल बैंक में रखे 03 लाख 90 हजार रुपये धोखाधड़ी के तहत फर्जी चेक के माध्यम से निकाल लिया गया. उक्त बातें गुरुवार को डीएम के जनता दरबार में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 3, 2016 5:50 AM

नया बाजार स्थित सेंट्रल बैंक का मामला

एसपी ने कवैया थानाध्यक्ष को दिया प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश
लखीसराय : सर, बेटी की शादी के लिए सेंट्रल बैंक में रखे 03 लाख 90 हजार रुपये धोखाधड़ी के तहत फर्जी चेक के माध्यम से निकाल लिया गया. उक्त बातें गुरुवार को डीएम के जनता दरबार में आवेदन देते हुए नया बाजार क्षेत्र के पचना रोड निवासी मीरा देवी ने डीएम सुनील कुमार से कही.
पासबुक अपडेट करने में बनाया गया बहाना : डीएम को दिये आवेदन में मीरा देवी ने कहा कि उसका सेंट्रल बैंक की लखीसराय शाखा में खाता है. इसमें उन्होंने अपनी पुत्री का नाम लखीसराय : फर्जी चेक…
जुड़वा कर उसकी शादी के लिए जमीन बेच कर लगभग साढ़े सात लाख रुपये जमा किये थे. इसमें से व्यवसाय के लिए दो लाख 30 हजार रुपये निकासी की थी तथा लगभग सवा पांच लाख रुपये अपनी बेटी की शादी के लिए रख छोड़ा था. उन्होंने बताया कि अप्रैल महीने में वह चार-पांच बार पासबुक अप-टू-डेट कराने गयी, तो हर बार मशीन खराब रहने की बात कह कर बैंककर्मी ने लौटा दिया. 25 मई को भी जब बैंक में पासबुक अप-टू-डेट करवाने गयी, तो मशीन खराब रहने का बहाना किया गया. इस पर कुछ लोगों ने कहा कि पासबुक ऐसे अप-टू-डेट नहीं होगा, कुछ रकम खाता में जमा कीजिये.
दूसरे खाता में ट्रांसफर की गयी राशि
इसके बाद उसी खाता में 2 हजार रुपये नगद जमा किया और पासबुक अप-टू-डेट को बोली, तो फिर मशीन खराब की बात कही गयी. इस पर मैंने कहा कम से कम इतना तो बता दीजिए कि खाते में कितनी रकम जमा है. इसके बाद कर्मी ने बताया कि उनके खाता में एक लाख चालीस हजार रुपये जमा है. इसे सुन कर उनके पैर के नीचे से जमीन खिसक गयी. उनके एकाउंट से उनके मरजी के बिना तीन लाख 90 हजार रुपये की निकाल लिये गये थे.
जब उन्होंने एकाउंटेंट से पूछा कि उनके खाते से यह रकम किसने निकाली, तो उन्होंने बताने से इनकार कर दिया. इसके बाद वह शाखा प्रबंधक से मिली, तो उन्होंने भी जानकारी देने से इनकार कर दिया. दो दिन बाद पुन: आरजू मिन्नत करने के बाद बताया गया कि उनकी राशि चेक संख्या 017636 से निकाली गयी है, जबकि मूल चेक संख्या 017636 उनके पास ही खाली पड़ा हुआ है. जब मूल चेक शाखा प्रबंधक को दिखाया गया, तो उन्होंने कहा कि आपकी राशि फर्जी चेक व फर्जी हस्ताक्षर के द्वारा दिनांक 04 मई 2016 को दूसरे खाता में ट्रांसफर की गयी है.
उन्होंने कहा कि दो-तीन दिन का समय छानबीन के लिए दीजिए. आपकी रकम आपके खाते में वापस जमा हो जायेगी. पीड़िता ने बताया कि इस संबंध में उन्होंने शाखा प्रबंधक को भी 27 मई को आवेदन दिया है. फिर भी आज तक उनका रुपया उनके खाता में नहीं आया है. रुपये के बिना बेटी की शादी कैसे होगी, यह सोच कर मानसिक तौर पर परेशानी महसूस कर रही हूं.
आवेदन लेने के बाद डीएम ने मौके से ही पहले एलडीएम से बात की. इसके बाद पीड़िता को एसपी से मिल कर मामले की जानकारी देने की बात कही. वहीं एसपी अशोक कुमार ने पीड़िता के आवेदन को पढ़ने के बाद कवैया थानाध्यक्ष को बुला कर प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया.
जिस खाता में राशि भेजी गयी, उस पर दर्ज करायेंगे प्राथमिकी
छुट्टी पर चल रहे सेंट्रल बैंक के प्रबंधक संजय कुमार ने दूरभाष पर बताया कि उन्होंने पीड़िता का आवेदन मिलने के बाद इसकी सूचना अपने क्षेत्रीय कार्यालय को प्रेषित कर वहां गाइडलाइन की मांग की है. प्रबंधक ने बताया कि वे शनिवार तक छुट्टी पर हैं. सोमवार को लौटने पर जिस खाता में राशि ट्रांसफर हुई है, उस पर प्राथमिकी दर्ज करायेंगे. वहीं उन्होंने बताया कि डीएम के आदेश के बाद उनके बैंककर्मी उनसे भी मिले थे.
डीएम के जनता दरबार में पीड़िता
मीरा देवी ने लगायी गुहार
जिस खाता में राशि गयी, उस पर होगी प्राथमिकी
सेंट्रल बैंक के प्रबंधक संजय कुमार ने बताया कि उन्होंने पीड़िता का आवेदन मिलने के बाद इसकी सूचना अपने क्षेत्रीय कार्यालय को प्रेषित कर वहां गाइडलाइन की मांग की है. जिस खाता में राशि ट्रांसफर हुई है, उस पर प्राथमिकी दर्ज करायेंगे. उन्होंने बताया कि डीएम के आदेश के बाद उनके बैंककर्मी उनसे भी मिले थे.

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