बाढ़ व सुखाड़ से निबटने को ले प्रभारी सचिव ने दिये निर्देश

तैयारियों की हुई समीक्षा मौके पर जुटे कई अधिकारी लखीसराय : शुक्रवार को समाहरणालय स्थित सर्किट हाउस में बिहार सरकार की पशुपालन विभाग की सचिव सह जिले की विकास प्रभारी सचिव विजया लक्ष्मी की अध्यक्षता में बाढ़ पूर्व तैयारियों व संभावित सुखाड़ से निबटने के लिए जिलाधिकारी सुनील कुमार की उपस्थिति में समीक्षा बैठक आहूत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 23, 2016 8:35 AM

तैयारियों की हुई समीक्षा

मौके पर जुटे कई अधिकारी

लखीसराय : शुक्रवार को समाहरणालय स्थित सर्किट हाउस में बिहार सरकार की पशुपालन विभाग की सचिव सह जिले की विकास प्रभारी सचिव विजया लक्ष्मी की अध्यक्षता में बाढ़ पूर्व तैयारियों व संभावित सुखाड़ से निबटने के लिए जिलाधिकारी सुनील कुमार की उपस्थिति में समीक्षा बैठक आहूत की गयी.

इसमें जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार की ओर से बाढ़ अनुश्रवण समिति की गठित प्रस्तावों को सर्वानुमति से अनुमोदित किया गया. प्रभारी सचिव विजया लक्ष्मी के अनुसार लखीसराय जिले में कुल एक लाख 72 हजार 445 की आबादी सामान्य रूप से बाढ़ की विभीषिका से प्रभावित होती है. इसमें गंगा, हरूहर, किऊल नदियों के अलावे जलजमाव से जनसामान्य पर असर पड़ता है. आइएएस विजया लक्ष्मी ने कहा कि इन मुद्दों को लेकर जिले के सभी अंचलाधिकारी, अभियंत्रण विभागों व जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार से जुड़े अधिकारियों आवश्यक निरोधात्मक व सुरक्षात्मक कदम उठाने के निर्देश दिये गये हैं.

उन्होंने बताया कि जिले में पिपरिया, बड़हिया, सूर्यगढ़ा व लखीसराय प्रखंडों के कुल 26 पंचायतों के कुल 86 गांव बाढ़ से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित होते हैं. इसके लिए जिले में बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित कर इसमें दूरभाष नंबर 06346-232124 लगा कर इसमें एक नोडल पदाधिकारी भी प्रतिनियुक्त किये गये हैं. उन्होंने कम्यूनिकेशन प्लान संधारित कर जिलास्तरीय टास्क फोर्स गठित किये जाने की बातें कही.

इसके पूर्व उन्होंने आपातकालीन संचालन केंद्र, गोदाम वेयर हाउस, वर्षामापक यंत्र, अन्य विभागीय पदाधिकारियों के प्रतिनियुक्ति आदेश, अंचलवार, नजरी नक्शा, शरण स्थलों की पहचान करने, संसाधन मानचित्र बनाने, सड़कों की मरम्मती, तटबंधन तथा इसकी सुरक्षा, पॉलीथिन शीट्स इंफेलेटेबुल मोटरवोट की संख्या व चालक, अंचलवार 104 सरकारी नावों व 58 निजी नाव, कुल 300 प्रदत्त लाइफ जैकेट की उपलब्धता, जीपीएस सेट, महाजाल आदि की भी जिला आपदा प्रभारी पदाधिकारी मंजु प्रसाद से अद्यतन जानकारी हासिल की.

इसके अलावे चूड़ा, गुड़ सत्तू, टेंटों, जेनरेटर सेट, पेट्रोमेक्स, खाद्यान्नों, मानव दवा, मोबाइल मेडिकल टीम, पशुचारा व दवा की व्यवस्था, शुद्ध पेयजल, गोताखोरों की उपलब्धता के लिए भी आवश्यक निर्देश दिये. प्रभारी सचिव ने कहा कि आकस्मिक फसल योजना का सूत्रण व परियोजना की आकस्मिक व्यवस्था के अलावे एनडीआरएफ प्रशिक्षित सभी 86 टीम सदस्यों की हालत से भी रूबरू हुई व जिला प्रशासन द्वारा किये गये तैयारियों पर संतोष प्रकट किया. प्रभारी सचिव ने जिला प्रशासन से राहत व बचाव दल का गठन कर तैयारियों का पूर्वाभ्यास करवाने के लिए भी निर्देश दिये.

विदित हो कि वित्तीय वर्ष 2016-17 में लखीसराय जिला को इस मद में कुल 96 लाख रुपये आवंटित किये गये हैं. बैठक में एडीएम किशोरी चौधरी, एसडीएम अंजनी कुमार, डीडीसी रमेश कुमार, डीपीआरओ सुरेश प्रसाद सहित सभी सीओ, बीडीओ, गव्य, कृषि, सहकारिता, पशुपालन विभाग के जिलास्तरीय पदाधिकारीगण मौजूद थे.

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