स्प्रिट के बिना नहीं बन सकती होमियोपैथ दवा

लखीसराय : बिहार में शराबबंदी की चारों ओर तारीफ हो रही है , लेकिन शराब के निर्माण में लगने वाले स्पिरिट पर भी प्रतिबंध लगा दिये जाने से खास कर होमियोपैथ चिकित्सकों को काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है. इसी को लेकर आगामी 19 सितंबर को होमियोपैथ चिकित्सक पटना में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 16, 2016 3:19 AM

लखीसराय : बिहार में शराबबंदी की चारों ओर तारीफ हो रही है , लेकिन शराब के निर्माण में लगने वाले स्पिरिट पर भी प्रतिबंध लगा दिये जाने से खास कर होमियोपैथ चिकित्सकों को काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है. इसी को लेकर आगामी 19 सितंबर को होमियोपैथ चिकित्सक पटना में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करेंगे. उक्त बातें जिला होमियोपैथ चिकित्सक संघ के पूर्व अध्यक्ष डा आर कुमार ने कही . उन्होंने कहा कि स्पिरिट के बिना होमियोपैथ दवा बन ही नहीं सकती है. सरकार को इस विषय पर अवश्य सोचना चाहिए . शराबबंदी का समर्थन होमियोपैथ चिकित्सक भी करते हैँ लेकिन होमियोपैथ दवा के निर्माण के लिए स्पिरिट पर प्रतिबंध गलत है.इसके बिना दवा काफी महंगी हो जाएगी जिसका असर गरीब वर्ग के लोगों पर पड़ेगा.

डा गुंजन ने कहा कि सरकार द्वारा उन लोगों को मात्र 30 एमएल स्पिरिट रखने की इजाजत दी गयी है और गलती से भी कुछ ज्यादा स्पिरिट मिल गया तो फंसने की नौबत आ जायेगी. इस बात को लेकर होमियोपैथ चिकित्सक भयभीत रह रहे हैं . डा ब्रजेंद्र कुमार ने कहा कि स्पिरिट के इस्तेमाल से ही वे लोग सभी प्रकार के मरीजों का इलाज करते हैं. लगभग सभी दवाओं मे स्पिरिट का इस्तेमाल किया जाता है . उन्होंने कहा कि बिहार में इस संबंध मे कानून लागू होने से उन लोगों को पूर्व से रखे स्पिरिट की बोतल को नष्ट कर देना पड़ा. जिससे उन लोगों को काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा.

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