25 किलो लैंड माइंस बरामद

चानन व कजरा के पहाड़ी इलाकों में सर्च अभियान सड़क के नीचे लगे लैंड माइंस को किया डिफ्यूज एएसपी अभियान के नेतृत्व में सीआरपीएफ, कोबरा बटालियन, एसटीएफ व जिला पुलिस ने चलाया सर्च अभियान कजरा थाना क्षेत्र के सिमरातरी व मोरबे डैम के बीच लगाया गया था लैंड माइंस सुरक्षा बलों को आशंका, 26 जनवरी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 24, 2017 4:40 AM

चानन व कजरा के पहाड़ी इलाकों में सर्च अभियान

सड़क के नीचे लगे लैंड माइंस को किया डिफ्यूज
एएसपी अभियान के नेतृत्व में सीआरपीएफ, कोबरा बटालियन, एसटीएफ व जिला पुलिस ने चलाया सर्च अभियान
कजरा थाना क्षेत्र के सिमरातरी व मोरबे डैम के बीच लगाया गया था लैंड माइंस
सुरक्षा बलों को आशंका, 26 जनवरी को बड़ी घटना को अंजाम देने की थी साजिश
लखीसराय/चानन : रविवार से चानन व कजरा थाना क्षेत्र के नक्सल प्रभावित पहाड़ी इलाकों में नक्सलियों की टोह में जिले के एएसपी अभियान पवन कुमार उपाध्याय के नेतृत्व में सीआरपीएफ 131 बटालियन, 207 कोबरा बटालियन, एसटीएफ व जिला पुलिस बल ने संयुक्त रूप से ऑपरेशन अमीनका चलाया. इसके तहत गुप्त सूचना के आधार पर सोमवार को कजरा थाना क्षेत्र के सिमरातरी कोड़ासी व मोरवे डैम के बीच सड़क पर लगभग 25 किलो के लैंड माइंस को सुरक्षा बलों ने डिफ्यूज कर नक्सलियों की एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया़ सुरक्षा बल इसे एक बड़ी कामयाबी के रूप में देख रहे हैं.
यहां बता दें कि सरकार की आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के लोगों को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए अनेक योजनाओं को लेकर जिलाधिकारी समेत अनेक
25 किलो लैंड…
आलाधिकारी इस क्षेत्र में आते जाते रहते हैं. ऐसे में लैंड माइंस का समय रहते पता लगाकर उसे डिफ्यूज किया जाना बड़ी सफलता है़
लैंड माइंस को नहीं किया गया था एक्टिव
सोमवार को एएसपी अभियान पवन कुमार उपाध्याय ने चानन थाना क्षेत्र स्थित सीआरपीएफ कैंप बन्नू बगीचा में संवाददाताओं को बताया कि उनलोगों को गुप्त सूचना मिली थी कि क्षेत्र में नक्सली किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में है. इसी को लेकर क्षेत्र में काफी घातक लैंड माइंस लगा रखा है़ हालांकि जगह को लेकर पुख्ता जानकारी नहीं मिल सकी थी. इसके बाद ऑपरेशन अमीनका के तहत संयुक्त अभियान चलाया गया़ जंगलों की घेराबंदी कर छोटी-छोटी टुकड़ियों में मेटल डिटेक्टर तथा खोजी कुत्तों के साथ सघन सर्च अभियान चलाया गया़ इसमें सिमरातरी व मोरबे डैम के बीच सड़क के नीचे लैंड माइंस की जानकारी मिलते ही उसे सावधानीपूर्वक निकाल कर डिफ्यूज कर दिया गया तथा एक बड़ी घटना को समय रहते टाल दिया गया़ उन्होंने बताया कि लैंड माइंस लगभग 25 किलो भार का था. इससे एक बड़ी महिंद्रा गाड़ी को नेस्तनाबूद किया जा सकता था़ उन्होंने आशंका जतायी कि नक्सली 26 जनवरी को किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के फिराक में थे़ उन्होंने बताया कि इस लैंड माइंस को काफी पहले लगाया गया था, लेकिन इसे एक्टिव नहीं किया गया था़ वहीं बता दें कि जिस जगह पर बम लगाया हुआ था उस मार्ग से विगत दिनों अनेक पदाधिकारियों के वाहन गुजरे, लेकिन बम के सक्रिय नहीं रहने की वजह से कोई अनहोनी नहीं हुई. अभियान में सीआरपीएफ बटालियन 215 के कमांडेंट पी प्रदीप, सहायक कमांडेंट अंशुमन कुमार, सहायक कमांडेंट अभिषेक शंकर, रवि प्रकाश, 131 बटालियन के सब इंस्पेक्टर अंजनी कुमार, चानन थानाध्यक्ष दीपक कुमार तथा कजरा पुलिस के साथ-साथ अन्य जगहों के पुलिस पदाधिकारी भी शामिल थे़

Next Article

Exit mobile version