लखीसराय. सदर अस्पताल में पिछले 20 जून से 102 एंबुलेंस चालक संघ के द्वारा अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी है. सात दिन बीत जाने के बावजूद भी सरकार एवं विभाग व फाउंडेशन की तरफ से किसी भी प्रकार का आश्वासन नहीं मिलने के कारण सभी 102 एंबुलेंस चालक संघ ने श्रम अधीक्षक एवं आयुक्त को लिखित आवेदन देकर न्याय की गुहार लगायी है. इस संबंध में जानकारी देते हुए एंबुलेंस संघ के जिलाध्यक्ष किशोर मालाकार एवं सचिव पंकज कुमार ने संयुक्त रूप से बताया कि जून 2023 से पूर्व कंसोर्टियम ऑफ पशुपतिनाथ डिस्ट्रीब्यूटर्स लिमिटेड एंड सम्मान फाऊंडेशन पटना द्वारा चलाये जा रहा था. इस कंपनी के द्वारा एंबुलेंस चालक एवं इएमटी को श्रम कानून के तहत किसी प्रकार का न्यूनतम मजदूरी नहीं दी गयी. जिसको लेकर उस समय भी सभी लोगों के द्वारा हड़ताल, धरना प्रदर्शन किया गया था. उस वक्त जिलाधिकारी लखीसराय के समक्ष कंपनी एवं 102 एंबुलेंस कर्मचारी के बीच श्रम कानून के तहत लिखित सहमति वार्ता हुई, लेकिन एक वर्ष बीत जाने के बावजूद एक भी सहमति पत्र के नियम पालन नहीं किया गया. जिसके कारण हम लोगों के समक्ष भुखमरी एवं बच्चों का शिक्षा प्रभावित हो गया. उनलोगों का तीन माह से वेतन बकाया है और कंपनी के द्वारा मनमानी ढंग से वेतन दिया जा रहा है. आठ घंटे के बंदे बदले 14 घंटे काम लिया जाता है, अतिरिक्त कार्य का अतिरिक्त भुगतान नहीं किया जाता है और 24 माह में एक भी माह का वेतन पर्चा नहीं दिया जाता है. इसके कारण हम लोग 20 जून से सभी 102 एंबुलेंस करणी मजबूरन अनिश्चितकालीन हड़ताल पर आ गये. लगभग 90 कर्मचारी का घर शोषण किया जा रहा है. जिसको लेकर हम लोग श्रम अधीक्षक एवं आयुक्त से न्याय की गुहार लगाये हैं. इसके बावजूद भी अगर हमारी इच्छा सूत्री मांगों को पूरा नहीं किया जाता है तो हम लोग अनिश्चितकालीन हड़ताल रखते हुए अब कोर्ट का दरवाजा खटखटायेंगे. मौके पर एंबुलेंस चालक राकेश कुमार, विनायक मेहता, पंकज कुमार, शैलेश कुमार, प्रकाश महतो, अभिजीत कुमार, रंजय कुमार, रोहित कुमार, निरंजन कुमार, पप्पू कुमार, रजनीकांत कुमार आदि दर्जनों लोग उपस्थित थे.
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