भजन प्रस्तुति से हुआ क्षेत्र गुंजायमान
भजन प्रस्तुति से हुआ क्षेत्र गुंजायमान
श्रीमननारायण नारायण भजन प्रस्तुति से हुआ क्षेत्र गुंजायमान
सत्य अहिंसा के मार्ग पर चलकर ही सभ्य समाज का निर्माण : दीप्ति
श्रीमद्भागवत कथा से बभनगामा भक्ति रस में सराबोरश्रीकृष्ण जन्मोत्सव की प्रस्तुति पर माखन मिश्री का भोग
प्रतिनिधि, लखीसराय
श्रीश्री 1008 नाग बाबा की पावन धरा बभनगामा में आयोजित हो रहे सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के दौरान बाबा विश्वनाथ की पावन नगरी से पधारे श्रीश्री 108 योगी राज बाबा समाधि जी महाराज के सानिध्य में वृंदावन की सुप्रसिद्ध कथा वाचिका दीप्ति भक्ति रस की अविरल धारा बहा रही है. शेषनाग मध्य विद्यालय बभनगामा परिसर में सुशोभित भव्य पंडाल एवं यज्ञ मंडप शोभायमान हो रही है. गुरुवार से प्रारंभ भक्ति कार्यक्रम के चौथे दिन प्रवचनकर्ता साध्वी दीप्ति ने श्रद्धालुओं से अच्छे समाज की निर्माण करने के लिए सदा सत्य और अहिंसा के धार्मिक मार्ग पर चलने को कहा जिससे इनके अगली पीढ़ी भी अच्छे समाज के निर्माण में सकारात्मक भूमिका का निर्वाह कर सके. भक्त प्रहलाद के भक्ति का अलौकिक वर्णन करते हुए कहा कि भक्त प्रहलाद अपने पिता हिरण्यकश्यप को मोक्ष दिलाने हेतु श्री नरसिंह भगवान से वरदान प्राप्त किया था. जिससे भगवान के हाथों सद्गति प्राप्त कर मोक्ष की प्राप्ति किया. एक अन्य कथा के दौरान समाज के लोगों को अपने परिवार में बच्चे का नामकरण भगवान के नाम पर रखने का अनुरोध किया. जिसका उदाहरण देती हुई अधर्मी अजानिल से संबंधित कथा का वाचन किया. जिसमें अजामिल के बेटा का नाम नारायण रखा गया था. जिससे मरते समय में अपने बेटा का नाम पुकारने को लेकर उसे मोक्ष की प्राप्ति हुई. भक्तिमय कार्यक्रम के बीच में ही श्रीमननारायण नारायण भजन की प्रस्तुति उपस्थित श्रद्धालुओं के साथ दिया गया. इस दौरान पूरा माहौल भक्तिमय वातावरण में डूब गया था. इसके उपरांत श्री कृष्ण जन्मोत्सव का उत्सव धार्मिक कथा प्रवचन के साथ मनाया गया. जिसमें माखन मिश्री का भोग लगाया गया. अंत में महाआरती के उपरांत श्रद्धालु भक्तों के बीच माखन, मिश्री, हलवा का प्रसाद वितरण कर कार्यक्रम की समाप्ति हुई. श्री श्री 108 योगीराज समाधि बाबा के भजन की प्रस्तुति, कथा वाचक दीप्ति की सराहनीय कथा प्रस्तुति में शास्त्रीय संगीत कलाकार रमेश जी, गिटार वादक ललन जी, तबला वादक दीपक और अमन जी, स्थानीय रामचरितमानस के कथा वाचक संत श्री नारायण सिंह जी आदि का भक्ति कार्यक्रम को सफल बनाने में सराहनीय योगदान देखा जा रहा है. जबकि आयोजकों में किसान मृत्युंजय सिंह, कृष्ण कुमार कन्हैया, गुलशन कुमार, राजू कुमार, सनातन कुमार, उत्तम कुमार, समाधि बाबा, रामायणी, नारायण सिंह संत जी के अलावे विपिन कुमार आदि का योगदान सराहनीय रहा. प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है