10 अगस्त से घर-घर जाकर लोगों को एल्बेंडाजोल की गोली खिलायेंगी आशा
प्रखंड अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रामगढ़ चौक में गुरुवार को फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम को लेकर एक दिवसीय आशा का प्रशिक्षण प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ कंचन, प्रबंधक अरुण कुमार, बीसीएम माला, केटीएस रत्नेश चंद्र पांडेय एवं आशा की उपस्थिति में संपन्न हुई.
रामगढ़ चौक. प्रखंड अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रामगढ़ चौक में गुरुवार को फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम को लेकर एक दिवसीय आशा का प्रशिक्षण प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ कंचन, प्रबंधक अरुण कुमार, बीसीएम माला, केटीएस रत्नेश चंद्र पांडेय एवं आशा की उपस्थिति में संपन्न हुई. फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम आगामी 10 अगस्त से लगातार 17 दिनों तक चलेगा. जिसमें 14 दिनों तक आशा के द्वारा घर-घर परिभ्रमण कर फाइलेरिया की गोली डीईसी, एल्बेंडाजोल एवं आईवर मेक्टिन की गोलियां लोगों को खिलायी जायेगी. प्रशिक्षण में बताया गया कि सभी आशा अपने उपस्थिति में लोगों को गोलियां खिला करके ही आगे बढ़ेंगे. दो साल से कम उम्र के बच्चे गर्भवती महिलाएं एवं गंभीर रोग से पीड़ित व्यक्ति को गोली नहीं खिलायी जायेगी. इसके अलावा सभी लोगों को गोलियां खिलायी जायेगी, यह दवा उम्र के आधार पर दी जायेगी. दवा खाली पेट में नहीं खानी है दवा खाने के पश्चात फाइलेरिया परजीवियों के मरने की प्रतिक्रिया स्वरूप कभी-कभी सिर दर्द, शरीर दर्द, बुखार उल्टी तथा बदन पर चकते एवं खुजली जैसी मामूली प्रतिक्रिया देखने को मिलती है. इससे घबराने की आवश्यकता नहीं है. यह स्वत फिर ठीक हो जाता है. एल्बेंडाजोल की गोली चबा चबाकर खानी है. इस संबंध में जानकारी देते हुए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ कंचन ने बताया कि फाइलेरिया से बचाव के लिए लोगों को सोने में मच्छरदानी का प्रयोग करना चाहिए ध्यान रहे कि अपने आसपास गंदे पानी इकट्ठा न होने दें तो उन्हें कभी भी फाइलेरिया की बीमारी नहीं होगी एवं साल में एक बार जो फाइलेरिया की गोलियां खिलाई जाती है. इसका सेवन लोग जरूर करें.
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