छठ पर्व समाप्ति के बाद आशा संघ का धरना पुनः हुआ शुरू
29 सितंबर 2024 से सिविल सर्जन कार्यालय लखीसराय के समक्ष चलाया जा रहे धरना कार्यक्रम छठ के समाप्ति के बाद सोमवार को पुनः जारी हो गया.
लखीसराय. बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ (सेवांजलि) जिला शाखा लखीसराय की ओर से विगत 29 सितंबर 2024 से सिविल सर्जन कार्यालय लखीसराय के समक्ष चलाया जा रहे धरना कार्यक्रम छठ के समाप्ति के बाद सोमवार को पुनः जारी हो गया. संघ की नेत्री आशा सिन्हा ने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बड़हिया की बीसीएम द्वारा आशा कार्यकर्ता के प्रोत्साहन राशि के भुगतान में हुए धांधली की जांच कराने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरना कार्यक्रम चलाने के लिए विवश हैं. उन्होंने कहा कि बीते 22 सितंबर 2024 को सिविल सर्जन लखीसराय द्वारा शिष्टमंडल को आश्वासन दिया गया था कि 30 सितंबर 24 तक निश्चित रूप से लगाये गये आरोपों की जांच कर लिया जायेगा. इसके लिए एक समिति का गठन भी किया गया था, जिसे विघटित कर दूसरा जांच समिति गठित कर दिया गया और उसका कार्यकाल 15 दोनों का निर्धारण किया गया. वह निर्धारित कार्यकाल भी समाप्त हो चुका है, किंतु जांच पूरा नहीं किया गया. स्वास्थ्य विभाग के जिला प्रशासन पर भेदभाव एवं अनियमितता का प्रतीक माना जायेगा. उन्होंने कहा कि जिलास्तरीय पदाधिकारी भी नहीं चाहते हैं कि बीसीएम द्वारा की गयी धांधली की जांच हो. श्रीमती सिन्हा ने कहा कि संघ अपने आर्थिक हितों की रक्षा के लिए लगातार संघर्षरत रहेगा. धरना में सुनीता कुमारी, शांति कुमारी, सुधा कुमारी, रवि, प्रभा कुमारी, बेबी कुमारी, रवि प्रभा, रंजू कुमारी, शांति कुमारी, सुधा कुमारी, रवि प्रभा आदि ने कहा कि जांच होने तक अनिश्चितकालीन आंदोलन जारी रहेगा.
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