लखीसराय. महिला एवं बाल विकास निगम के तत्वावधान में जारी सौ दिन स्पेशल जागरूकता अभियान के तहत सखी वार्ता सोमवार को जिले के पिपरिया प्रखंड क्षेत्र के उत्क्रमित मध्य विद्यालय पथुआ में आयोजित किया गया. जिला एवं प्रखंड मुख्यालय से दूर बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के छात्राओं को हिंसा एवं बीमारी से बचाव को लेकर सरकारी स्तर से मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी देकर समय पर आवश्यक कदम उठाये जाने की सलाह दी गयी. जिला समन्वयक एनएनएम मधुमाला कुमारी ने छात्राओं के बीच कुरीतियों की चर्चा करते हुए कहा कि बाल विवाह का नहीं करना है, यदि बाल विवाह औरतों के विकास में बहुत बड़ा बाधक है, अभिभावक के दबाव के बावजूद तो प्रखर होकर इसका विरोध करें.बाल विवाह समाज के लिए अभिशाप है. माहवारी के समय खानपान विशेष रूप से स्वच्छता का ख्याल रखना ज्यादा जरूरी होता है ताकि इंफेक्शन व बीमारी से बचा जा सके. जिला मिशन समन्वयक प्रशांत कुमार ने बताया कि महिलाओं व किशोरियों के लिए जिला में हब कार्यालय स्थापित किया गया है ताकि महिलाओं व किशोरियों के लिए संचालित सभी योजनाएं की जानकारी व लाभ महिलाओं एवं किशोरी ले सकें. महिलाओं के लिए 181 टोल फ्री नंबर भी उपलब्ध कराया गया है. सरकार द्वारा बच्चों व महिलाओं के उत्थान के लिए अनेक योजनाएं चलायी जा रही है. जिसका लाभ लेकर महिला व किशोरी आगे बढ़ रही है. केंद्र प्रशासक पूनम कुमारी ने बताया कि महिलाओं व किशोरी को हिंसा से डरना नहीं है वन स्टॉप सेंटर में आकर हिंसा से संबंधित शिकायत दर्ज करा सहायता प्राप्त किया जा सकता है. हिंसा से पीड़ित महिला व किशोरी के लिए वन स्टॉप सेंटर में एक ही छत के नीचे कई प्रकार की सुविधा उपलब्ध है. मौके पर स्वच्छता पर्यवेक्षक दीपक कुमार जीविका के सीएम कौशल्या देवी, लैंगिक विशेषज्ञ नवीन कुमार, शिक्षक रामाश्रय रजक, बिंदु कुमार, शिक्षिका रागिनी कुमारी, जीविका समूह से चमेली देवी, पूनम कुमारी, सरस्वती कुमारी के अलावा छात्रा आरुषि, करीना, रोशनी, पल्लवी सहित दर्जनों छात्राएं मौजूद रहीं.
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