विश्व बाल श्रम निषेध दिवस पर निकाली गयी जागरूकता रैली
विश्व बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर श्रम संसाधन विभाग एवं समग्र सेवा के संयुक्त तत्वाधान में जिले के सभी प्रखंडों में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
लखीसराय. विश्व बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर श्रम संसाधन विभाग एवं समग्र सेवा के संयुक्त तत्वाधान में जिले के सभी प्रखंड सूर्यगढ़ा, चानन, पिपरिया, हलसी, रामगढ़ चौक, बडहिया एवं लखीसराय सदर में बाल श्रम पर रोक और उन्हें शिक्षा से जोड़ने के लिए रैली सह जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिला मुख्यालय में इसकी शुरुआत समाहरणालय परिसर से श्रम अधीक्षक संजय कुमार चौधरी के द्वारा हरी झंडी दिखाकर जागरूकता रथ को रवाना कर किया गया. मौके पर श्रम अधीक्षक चौधरी ने बाल श्रम से होने वाले दुष्परिणामों की विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि इससे देश या प्रांत ही नहीं पूरा विश्व प्रभावित होता है. बाल श्रमिक को इससे मुक्ति दिला कर उनके भविष्य को संवार कर देश दुनिया के विकास में अग्रणी भूमिका निभाने में लगाया जा सकता है. उन्होने कहा कि बाल श्रम मौलिक एवं मानवाधिकार का उल्लंघन है और बच्चों के विकास में बाधा डालता है. उन्हें शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी स्वतंत्रता से वंचित करता है. बाल श्रम को समाप्त करने, वयस्कों के लिए सभ्य काम को बढ़ावा देने और सभी बच्चों को उचित शिक्षा का अवसर प्रदान करने की तत्काल आवश्यकता पर जोर देते हुए आम लोगों के बीच जागरूकता कार्यक्रम और अधिक चलाये जाने की आवश्यकता पर बल दिया. समग्र सेवा के प्रतिनिधि अविनाश सिंह ने कहा कि संस्था पिछले कई वर्षों से बाल श्रम को कम करने में उल्लेखनीय कार्य करते आ रही है. यह जागरूकता रथ लखीसराय के सभी प्रखंडों के चौक-चौराहे, गांव एवं समुदाय में जाकर बाल मजदूरी से होने वाले हानी की जानकारी देकर लोगों को जागरूक करने का काम करेगी. इस अवसर पर संस्था के कार्यकर्ता गुंजन कुमारी, रिचा कुमारी, राकेश कुमार, मोनी कुमारी सहित अन्य उपस्थित थीं.
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