चानन. प्रखंड क्षेत्र के सामुदायिक भवन मानपुर के प्रांगण में रविवार की देर शाम हिंदी साहित्य संगम मंच चानन के बैनर तले श्रद्धांजलि सभा सह पुस्तक लोकार्पण समारोह आयोजित किया गया. इस दौरान साध्वी शांति ने दीप प्रज्वलित कर समारोह की शुरुआत की. जिसके उपरांत दिवंगत कवि गोपाल प्रसाद शौर्य की चित्र पर पुष्प अर्पित कर संत जनकिशोर दास की पुस्तक बोध प्रकाश का लोकार्पण किया गया. मौके पर सेवानिवृत्त शिक्षक बालेश्वर मोदी ने पुस्तक बोध प्रकाश पर प्रकाश डाला. कवि दयाशंकर सिंह ‘बेधड़क’ ने कविता ‘सत्यमेव कैसे’ पर तालियां बटोरी तो कवि दशरथ महतो की कविता ‘कुआं कूड़ेदान बन गया, पोखर पर मकान बन गया’ पर दर्शक मंत्रमुग्ध हुए. कवि जीवन पासवान व भोला पंडित ने गीत तो कवि राजेश्वरी प्रसाद सिंह ने गजल प्रस्तुत की. दिनेश कुमार नीलम ने कविता भाग गयी बबुनी संग यार के तो प्रदीप कुमार पागल ने कविता बेटा मत जन्माना का पाठ किया. डॉ एसपी चिड़ीमार, नरेश भारती, नारायण यादव, नरेश मोदी, त्रिभुवन शर्मा ने भी विचार व्यक्त किये. मौके पर पंकज कुमार, सुरेंद्र कुमार, उमेश प्रसाद यादव समेत सैकड़ों लोग उपस्थित थे.
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