चानन
. प्रखंड की लाखोचक पंचायत अंतर्गत मोहनपुर गांव में दोकड़ के पास बनी पुलिया तेज बारिश के पानी के बहाव से टूट गयी. इससे जलप्पा स्थान व शृंगि ऋषि धाम जाने में श्रद्धालुओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. पुलिया टूटने से श्रद्धालुओं को 6-7 किलोमीटर अधिक यात्रा करनी पड़ रही है. वहीं आसपास के ग्रामीणों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. आम आदमी के साथ-साथ पशुओं को ले जाने-आने में भी परेशानी हो रही है. मोहनपुर व अन्य गांव के लोगों द्वारा टूटी पुलिया की मरम्मत की जा रही है. ताकि फिर से आवागमन बहाल हो सके.किऊल नदी का अचानक बढ़ा जलस्तर, दियारा क्षेत्र में फिर से बाढ़ की स्थिति
लखीसराय.
किऊल नदी के जलस्तर में अचानक वृद्धि हुई है. जलस्तर बढ़ने के कारण फिर से बाढ़ जैसी बनी हुई है. इसका कारण लगातार हो रही बारिश को बताया जा रहा है. किऊल नदी में शाम तक जलस्तर बढ़ता दिखाई दे रहा है. नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण दियारा क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति बन गयी है. पशु चारा के लिए लोगों को फिर से परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. पशुचारा डूब जाने के कारण पशुपालकों को उसे काटने में काफी समस्या होती है. वहीं रास्ता डूब जाने के कारण भी राहगीरों को काफी दिक्कत करनी होती है. एक पखवाड़ा पूर्व ही दियारा वासियों ने बाढ़ की तबाही झेली है. किसान अपना सब कुछ खो चुके हैं. भारी नुकसान का सामना करना पड़ा. किऊल नदी ने फिर से उफान आने पर दियारावासी सहमे हुए हैं. रामचंद्रपुर निवासी बमबम बाबू ने बताया कि किऊल नदी के जलस्तर बढ़ने से किसानों को अभी कोई खास नुकसान नहीं हुआ है. गंगा का जलस्तर बढ़ जाने से किसानों को नुकसान अधिक होता है. किसानों की महंगी फसल डूब कर बर्बाद हो जाती है. पिछली बार गंगा के बाढ़ ने दियारा क्षेत्र के किसानों को तबाह कर दिया है. इधर, किऊल नदी का पानी बढ़ने से दुर्गा पूजा के पूर्व नदी में कच्ची सड़क का निर्माण करने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है