डीएम, डीसीएलआर के आदेश को नहीं मानते है सदर अंचल के सीओ
सदर अंचल कार्यालय में सबसे अधिक दाखिल खारिज, परिमार्जन के साथ-साथ जमीन संबंधी कई अन्य कार्य पेंडिंग पड़े हुए हैं.
लखीसराय. सदर अंचल कार्यालय में सबसे अधिक दाखिल खारिज, परिमार्जन के साथ-साथ जमीन संबंधी कई अन्य कार्य पेंडिंग पड़े हुए हैं. अपने कार्य को करने के लिए लोगों द्वारा अंचल कार्यालय का चक्कर लगाया जा रहा है, लेकिन अंचलाधिकारियों की मनमानी के कारण लोगों को राहत नहीं मिल रही है. लोगों का कहना है कि उनका काम जान-बूझकर रोका जा रहा है. शहर के कवैया रोड लाली पहाड़ी के अशोक साहू का कहना है कि उनका दाखिल खारिज छह महीना पूर्व ही निरस्त कर दिया गया था. दाखिल खारिज निरस्त करने का असली कारण भी नहीं बताया गया. दाखिल खारिज करने को लेकर वे डीसीएलआर ऑफिस से पुन: ऑर्डर लाये है, लेकिन डीसीएलआर का आदेश को भी ताक पर रखा जा रहा है. वह पिछले चार माह से अंचल कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं. उन्हें आज होगा कल होगा की बात कहकर टरका दिया जा रहा है. संतर मोहल्ला का उमेश सिंह ने बताया कि उनका परिमार्जन का काम है. सभी कागज लगा कर दिया गया है, लेकिन कोई ना कोई बहाना बनाकर उन्हें लौटाया जा रहा है. कभी-कभी अंचलाधिकारी के द्वारा यह भी कहा जाता है कि आपका काम नहीं होगा. आपको जहां जाना है जाइये. इस तरह के व्यवहार को लेकर लोगों में अंचलाधिकारी के खिलाफ आक्रोश व्याप्त है.
15 सौ से अधिक मामला कर्मचारी, आरओ व सीओ के पास है पेंडिंग
बताया जा रहा है कि 15 सौ से अधिक मामला अंचल कार्यालय में परिमार्जन, दाखिल खारिज को लेकर पेंडिंग पड़ा हुआ है, जिसका निष्पादन नहीं किया जा रहा है. लोग अपने कार्य के निष्पादन के लिए सीओ कार्यालय पहुंचकर आरजू विनती भी करते हैं, लेकिन उनकी एक भी नहीं सुनी जा रही है. जिसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से की जाती है, लेकिन सीओ के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. एक तरफ सरकार के द्वारा यह कहा जाता है कि जब भी दाखिल खारिज को निरस्त किया जाय तो इसका कारण स्पष्ट रूप से आवेदनकर्ता को बताया जाय, लेकिन सदर अंचल इस आदेश को भी खारिज कर रहा है. लोगों का दाखिल खारिज एवं परिमार्जन आवेदक को रद्द करने का कारण स्पष्ट नहीं किया जा रहा है. वहीं इस संबंध में सीओ सुप्रिया आनंद ने कहा कि उनके आने से पूर्व आवेदनों की संख्या अधिक थी. जिसे धीरे-धीरे निष्पादन किया जा रहा है. परिमार्जन व दाखिल खारिज का कार्य किया जा रहा है.बोले अधिकारी
एडीएम सुधांशु शेखर ने बताया कि सभी सीओ को दाखिल खारिज एवं परिमार्जन का निष्पादन करने का निर्देश मंगलवार की बैठक में स्पष्ट रूप से दिया गया है. एडीएम ने भी यह बात स्वीकार किया है कि सबसे अधिक सदर अंचल में दाखिल खारिज एवं परिमार्जन का मामला लंबित है. उन्होंने कहा कि मतगणना के बाद अंचल कार्यालय का कार्य को दुरुस्त कर जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है