बालू की कमी से बाधित हो सकता है पीएम आवास निर्माण कार्य

जिले में बालू महंगा होने के कारण निर्माण कार्य बाधित होने की संभावना बनी हुई है. बालू घाट बंद हो जाने के बाद जिले में 19 डिपो का संचालन कराया जा रहा है, लेकिन डिपो में काफी महंगा बालू मिल रहा है.

By Prabhat Khabar Print | July 4, 2024 10:11 PM

लखीसराय. जिले में बालू महंगा होने के कारण निर्माण कार्य बाधित होने की संभावना बनी हुई है. बालू घाट बंद हो जाने के बाद जिले में 19 डिपो का संचालन कराया जा रहा है, लेकिन डिपो में काफी महंगा बालू मिल रहा है. इससे गरीब एवं मध्यम वर्ग के लोग निर्माण कार्य करने में असक्षम साबित हो रहे हैं. प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभ कार्य को बंद कर दिया है. इनके द्वारा अब अक्तूबर के बाद कार्य किया जायेगा. बालू डिपो में चार हजार रुपये 25 सीएफटी बालू बेचा जा रहा है. पोकलेन से बालू डिपो में एक बोकेट बालू का दो हजार रुपये लिए जा रहे हैं. पोकलेन का दो पॉकेट बालू से एक सीएफटी बालू भरा जाता है. एक ट्रैक्टर के ट्रेलर में एक सौ मन बालू यानि एक सीएफटी बालू मिल रहा है.

मॉनसून को लेकर 15 अक्तूबर तक बंद कर दिया गया बालू घाट

मॉनसून को लेकर 15 जून से 15 अक्तूबर तक बालू घाट को बंद कर दिया गया है. इस बार बालू घाट की महंगी दर पर बंदोबस्ती की गयी है. यही कारण है कि डिपो में भी बालू का रेट बढ़ा दिया गया है. हालांकि बालू डिपो मलिक का अधिक फायदा है जो पिछले साल बालू डिपो में से बालू नहीं बेच पाये थे. बालू के महंगे होने पर सबसे अधिक मार प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री आवास योजनाओं को लाभुकों पर हो रही है. एक तरफ सरकार के द्वारा आवास निर्माण का राशि नहीं बढ़ाया गया है. वहीं बालू गिट्टी एवं ईंट का दाम लगातार बढ़ने से लाभुकों की परेशानी बढ़ चुकी है.

बोले अधिकारी

डीआरडीए निदेशक विनोद कुमार ने बताया कि पीएम एवं मुख्यमंत्री आवास योजना को पूरा किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि लक्ष्य के अनुसार मात्र सात सौ लाभुकों के द्वारा आवास योजना को पूरा करना है. जिसके बाद नये टारगेट आयेंगे. उन्होंने कहा कि आवास योजना लाभुकों को अनुदान की राशि पर दी जाती है. इससे लाभुक कुछ अपने घरों से भी राशि लगाते हैं.

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