सीपीआइएम ने बढ़ते अपराध को लेकर समाहरणालय परिसर में दिया धरना
सीपीआइएम जिला कमेटी लखीसराय ने बढ़ते अपराध एवं नवाबगंज की घटना को लेकर जिला समाहरणालय पर एक दिवसीय धरना दिया.
नवाबगंज की दुष्कर्म पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग
दुष्कर्म पीड़िता के परिजनों को मुआवजा व नौकरी दिये जाने की मांग
लखीसराय. सीपीआइएम जिला कमेटी लखीसराय ने बढ़ते अपराध एवं नवाबगंज की घटना को लेकर जिला समाहरणालय पर एक दिवसीय धरना दिया. जिसमें कहा गया कि पीड़िता के साथ सामूहिक दुष्कर्म एवं बुरी तरह से मारपीट करके घायल कर दिया था. जिसके कारण इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गयी, लेकिन आज तक सारे अपराधी पकड़े नहीं गये. वहीं कहा गया कि पूरे राज्य में मनचले द्वारा हत्या, दुष्कर्म किया जा रहा है, लेकिन सरकार एवं प्रशासन के नींद पूरी तरह नहीं खुल रही है. जबकि राज्य के माननीय मुख्यमंत्री के हाथों गृह विभाग का कमान है. जिससे साबित हो रहा है कि राज्य की डबल इंजन की सरकार राज्य चलाने में असमर्थ है. आपराधिक घटनाओं को देखते हुए समाजवादी विचारधारा से आये हुए मुख्यमंत्री को तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए. अब जनता को क्षेत्रवाद जातिवाद और धर्मवाद में न उलझ कर अपने अधिकारों के पीछे सजग होने की जरूरत है. सीपीएम आपराधिक घटना एवं नवाबगंज पीड़िता के अपराधियों को स्पीड ट्रायल चला कर सजा दें एवं पीड़िता के परिवार को 10 लाख मुआवजा एवं परिवार के सदस्यों को नौकरी देने की सरकार से मांग करती है. धरना को सफल बनाने के लिए सीपीआइएम के राज्य सचिव कामरेड ललन चौधरी ने भी शिरकत की. उन्होंने राज्य की गिरती विधि व्यवस्था और सरकार के नेशन पर विचार रखकर भ्रष्टाचार और आपराधिक घटनाओं सरकार के द्वारा कंट्रोल न होने के कारण मुख्यमंत्री से इस्तीफा की मांग की एवं आने वाले चुनाव में आरएसएस द्वारा समर्थित बीजेपी पूंजीवादी शक्तियों एवं साम्राज्यवादी शक्तियों को सबक सिखाने का घोषणा की. धरना में सीपीएम के सचिव मंडल सदस्य शंकर राम, रंजीत कुमार अजीत, मोती साव, मनोज कुमार मेहता, रामपाल मांझी, छात्र नेता सुनील कुमार, शिवदानी सिंह बच्चन, महेश मांझी एवं तमाम जिले के ब्रांच सचिव लोकल कमेटी के सदस्य उपस्थित रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है